संवेदनशील CM योगी, जानकारी मिलते ही आंध्र प्रदेश के आदिवासी बच्चों के रहने-खाने की व्यवस्था कराई, उपहार देकर किया विदा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत भ्रमण पर निकले आंध्र प्रदेश के आदिवासी बच्चों के समूह को शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर बुलाया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी आदिवासी बच्चों से की मुलाकात की। साथ ही इनके शिक्षकों से भी बच्चों की दिनचर्या की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने सरकारी आवास पर आए सभी बच्चों को उपहार दिया। यही नहीं, इनके साथ आए शिक्षकों को भी सम्मानित किया।


अफसरों को विशेष ध्यान रखने का निर्देश


सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान इन सभी बच्चों से बातचीत भी की। उत्तर प्रदेश घूमने आए यह बच्चे गुरुवार को ही वाराणसी से लखनऊ पहुंचे थे। लखनऊ में भ्रमण के बाद इनका अयोध्या जाने का कार्यक्रम भी है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान सभी बच्चों से बातचीत कर उनकी शिक्षा और उनके लक्ष्यों के बारे में पूछा। बच्चों के साथ ही अल्पाहार लेने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को इन सभी बच्चों के साथ शिक्षकों का भी उत्तर प्रदेश में प्रवास के दौरान विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया।


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जानकारी के अनुसार, सीएम योगी को जब इन बच्चों के उत्तर प्रदेश में होने की खबर जैसे ही पता चली, उन्होंने व्यस्तता के बावजूद लखनऊ से बाहर होते हुए भी इन बच्चों के रहने-खाने का इंतजाम करवाया। साथ ही इन बच्चों के लिए होली की मिठाई भी भिजवाई। बता दें कि 6 फ़रवरी को आंध्र प्रदेश के 21 बच्चों का दल भारत भ्रमण पर निकला था। पिछले करीब एक हफ्ते में बच्चो का समूह उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भ्रमण कर रहा है।


साइकिल से हिमालय छूने निकला 21 आदिवासी बच्चों का दल


आन्ध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में टाइगर रिजर्व श्रीसेलम के अंदरूनी हिस्से में बसा एक छोटा सा चेंचू आदिवासियों का गांव पलूतला। यहां से संरक्षक कलिदासु की देखरेख में 21 बच्चों का एक दल साइकिल से हिमालय को छूने निकल पड़ा। सबसे छोटा 8 साल का और सबसे बड़ा 18 का, इनमें 6 लडकियां भी शामिल हैं। अनुमानित 150 दिन के सफ़र में ये बच्चे 15 प्रान्त, 75 जिले और 9000 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय करेंगे।


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सही मायने में श्रीसेलम टाइगर रिजर्व से निकल पहली बार चकाचौंध भरी दुनिया देखने वाले ये बच्चे शेरों से कम नहीं। 6 फरवरी को इन्होंने अपनी यात्रा शुरू की है। होली के पहले ये युवा शेर अयोध्या में राम लला के दर्शन करने के बाद लखनऊ में थे। इन बच्चों के मेंटर और संरक्षक कालिदासु और उनकी टीम अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण से अभिभूत है।


सीएम योगी के प्रति इन बच्चों के मन में अपार श्रद्धा


यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रति इन आदिवासी बच्चों के मन में अपार श्रद्धा है। दल के बच्चों की प्रबल इच्छा सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने की थी, इनके संरक्षक कलिदासु एक शिक्षक हैं, उनकी तमन्ना है की चेंचू आदिवासी बच्चे भी विकास की मुख्य धारा से जुड़ें। बच्चों की ऊर्जा और उनके चेहरे पर चमक है कालिदासु को प्रेरणा देती है। इसी तरह इन मूल आदिवासी बच्चों की वाराणसी यात्रा भी बहुत खास रही।


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इन बच्चों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो दिखाते हुए उनसे मिलने की इच्छा जताई थी। आदिवासी बच्चों के बारे में पूछने पर उनके अगुवा कालिदासु बताते हैं कि सनातन धर्म और शैव परंपरा का एक संत देश की इतने ऊंचे पद पर बैठा है, मूल आदिवासियों के लिए यह गर्व का विषय है क्योंकि हम आदिवासियों के लिए ‘नाथ सम्प्रदाय’ पूज्यनीय है।


बता दें कि सीमित संसाधनों में जीवन यापन कर रहे बच्चों के साथ प्रेम के मामले में सीएम योगी बेहद संजीदा हैं। गोरखपुर तथा महराजगंज क्षेत्र में वनटंगिया बस्तियों में भी बच्चों के भविष्य को लेकर बेहद गंभीर सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर आंध्र प्रदेश के आदिवासी बच्चों के साथ काफी समय बिताया।


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