तेज ठंड पड़ने से पहले ही पुलिसकर्मियों को जैकेट उपलब्ध करा दी जाती है। बावजूद इसके यूपी के प्रतापगढ़ जिले में कई साल से ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को इस साल भी पुलिस की जैकेट नहीं मिली। जबकि नए रंगरूटों को जैकेट उपलब्ध करा दी गई है। वहीं दूसरी तरफ ये बात भी सामने आ रही है कि जिनको इस साल जैकेट नहीं मिली, उन्होंने सर्दी से बचने के लिए अपने रुपए से ही जैकेट खरीद लिए हैं।
रंगरूटों के लिए आईं जैकेट
दैनिक जागरण अखबार की खबर के मुताबिक, यूपी पुलिस विभाग में सिपाहियों और दीवान को शासन ने जैकेट दी जाती है। इसकी मांग समय-समय पर आरआइ करते रहते हैं। प्रतापगढ़ जिले के 1368 सिपाही व दीवान के लिए जैकेट की मांग इस साल अप्रैल महीने में पुलिस मुख्यालय से की गई थी। हालांकि सिर्फ 160 उन्हीं रंगरूटों के लिए जैकेट उपलब्ध कराया गया है, जो इस समय पुलिस लाइन में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
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इसके साथ ही यहां के सिपाहियों को दो बार में वर्ष 2018 व 2019 में जैकेट दिया गया था। 2019 के बाद सिपाहियों के लिए जैकेट नहीं आया। वहीं अगर नियम की मानें तो यूपी पुलिस विभाग में सिपाहियों को छह साल में एक बार जैकेट दी जाती है। 1368 जैकेट की मांग पुलिस मुख्यालय से की गई है। अब वर्ष 2022 में जैकेट मिलने की उम्मीद है।
अपने पैसे से जैकेट खरीद रहे सिपाही
इस नियम के चलते अब जिले के सिपाहियों के दीवानों ने अपने वेतन से ही जैकेट खरीदना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि ठंडी में खुद को बचाना ज्यादा जरूरी है। ऐसे में विभाग से मिली जैकेट का इंतज़ार कब तक करेंगे। वैसे इस बार ठंडी बेहद कड़ाके की पड़ने वाली है। अगर बिना जैकेट पहने ड्यूटी करेंगे तो तबियत खराब होने का भी डर है।
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