25 हजार में बेची जाती थीं रोहिग्या लड़कियां, अंतर्राष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट पर हुए कई चौंकाने वाले खुलासे

UP ATS ने रोहिंग्या (Rohingya) कनेक्शन के जरिए मानव तस्करी का भंडाफोड़ किया है. जानकारी के मुताबिक, यूपी ATS ने 3 बांग्लादेशी और म्यामांर के रहने वाले रोहंग्याओं को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से किया गिरफ्तार किया है. आरोप है कि तीनों ही मानव तस्करी में लिप्त थे.आरोपियों के कब्ज़े से दो नाबालिग रोहिंग्या लड़कियां और एक नाबालिग रोहिंग्या लड़के को भी छुड़ाया गया है. बताया जाता है कि इन्हें बेचने के लिए नई दिल्ली ले जाया जा रहा था. सूत्रों की मानें तो एक रोहिंग्‍या युवती की कीमत 25 हजार रुपये लगाई जाती थी.


एडीजी (कानून-व्‍यवस्‍था) प्रशांत कुमार ने बताया कि वीमेन ट्रैफिकिंग में शामिल ये एक इंटरनेशनल गिरोह है. म्यांमार और बांग्लादेश से महिलाओं, युवतियों और बच्चों को यह गिरोह लाता था और एनसीआर समेत कई इलाकों में इन्हें बेचा जाता था. सूत्रों के मुताबिक एक नाबालिग रोहिंग्या लड़की 25 हजार रुपये में बिकती है. अब यूपी एटीएस गिरोह से जुड़े उन लोगों को तलाश रही है जो इन लड़कियों को खरीदते हैं.


फर्जी भारतीय बनवाकर विदेश भी भेजी जातीं थीं लड़कियां

एडीजी ने बताया कि गिरोह का सरगना नूर मोहम्मद रोहिंग्या को बांग्लादेश से अवैध रूप से त्रिपुरा लाता था, जहां से इन्हें भारत के अलग-अलग हिस्सों में बेचा जाता था. नूर मोहम्मद ही कुछ भारतीय लोगों के साथ मिलकर अवैध रोहिंग्या मुस्लिम लोगों की भारतीय आईडी भी बनवाता था. जिन रोहिंग्या युवतियों का पासपोर्ट बनवाने में यह गिरोह सफल हो जाता था, उन्हें मलेशिया और बैंकॉक भी भेजा जाता था.


बड़ी साजिश रच रहे थे रोहिंग्या मुसलमान

युवतियों और बच्‍चों की तस्‍करी करने वाले गिरोह का खुलासा होने से एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. एडीजी ने बताया कि इन लड़कियों का हर तरह से शोषण किया जाता था. गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से गिरफ्तारी के समय भी इन लड़कियों को शादी और बेहतर ज़िंदगी के नाम पर नई दिल्ली ले जाया जा रहा था, जहां से इनको बेचने की पूरी तैयारी कर ली गई थी. एडीजी प्रशांत कुमार इस पूरे गिरोह को बड़ी साज़िश का हिस्सा भी मानते हैं. लिहाज़ा यूपी एटीएस ने अवैध रोहिंग्या मुस्लिम के खिलाफ अभियान चला रखा है. बीते कुछ महीनों में यूपी एटीएस ने 18 अवैध रोहिंग्या मुस्लिमों को गिरफ्तार किया है.


6 रोहिंग्या गिरफ्तार

एडीजी की मानें तो गैंग का सरगना मोहम्मद नूर है. गिरफ्तार दो महिलाओं में से एक नाबालिग लग रही है, जिसकी तस्करी हो रही थी. कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. धारा 420, 467, 468, 471, 370, 120बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है. एडीजी ने बताया कि मोहम्मद नूर इस्लाम गैंग का सरगना सेपाही जिला त्रिपुरा का रहना वाला है. ये त्रिपुरा बॉर्डर से अवैध तरीके से भारत में प्रवेश कराकर ट्रेन के सहारे ले जाया जाता है. उसके बाद मानव तस्करी की जाती है. एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि रहमतउल्ला, जिसे दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. शबिउल्लाह को भी यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है.


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