आजमगढ़ में दलित बच्चियों से छेड़खानी और मारपीट पर CM योगी सख्त, आरोपियों पर NSA, एसओ सस्पेंड

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) में दलित (Dalit) बच्ची के साथ छेड़खानी और मारपीट मामले पर शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए है. सीएम योगी ने परवेज, फैजान, नूरआलम, सदरे आलम समेत 12 गिरफ्तार आरोपियों पर तत्काल राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(NSA) लगाने का आदेश दिया है. मामले में थानाध्यक्ष (SHO) महराजगंज सस्पेंड कर दिए गए हैं. इस घटना में फरार चल रहे सात आरोपियों पर 25-25 हजार का ईनाम घोषित किया गया है.


जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला आजमगढ़ जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर आयमा गाँव का बताया जा रहा है. जहां बुधवार को कुछ दलित बालिकाएं गांव के नजदीक ट्यूबवेल से होकर गुजर रहीं थी, यहां बैठे मुस्लिम समुदाया के कुछ युवक अश्लील टिप्पणी और छेड़खानी करने लगे. बालिकाओं ने घर पहुंचकर परिजनों को इस बारे में बताया तो वे आरोपी युवकों के घर शिकायत करने पहुंच गए जिसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया. आरोपी के की तरफ से लोगों ने पीड़ित दलितों को वहां से भगा गया.


आरोपी पक्ष ने घर जाकर अपने समुदाय को लोगों को जोड़ा तथा शाम के वक्त दलित बस्ती पर धारदार हथियारों और लाठी-डंडो से हमला बोल दिया. घरों मेें घुसकर लोगों को पीटने लगे. महिलाओं, बच्चों, लड़कियों जो मिला उसके साथ मारपीट की गई. घटना की सूचना मिलते ही महराजगंज थाना की पुलिस गांव में पहुंच गई. पुलिस के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ. पुलिस ने घायल 20 वर्षीय सोनू , 30 वर्षीया प्रमिला , 25 वर्षीय आनंद कुमार, 13 वर्षीया अंकिता, 52 वर्षीय लालबहादुर, 18 वर्षीय सुधीर, 17 वर्षीय विकास,19 वर्षीय सुबोध कुमार, 35 वर्षीया अनीता, 35 वर्षीय गुड्डू पुत्र, 12 वर्षीय मनजीत व 50 वर्षीय अमरसी देवी सहित अन्य को उपचार के लिए बिलरियागंज सीएचसी पर ले गई.


घटना में शामिल आरोपियों की फोटो

पुलिस ने परवेज, फैजान, नूरआलम, सदरे आलम, आरिफ, आमीर, आशीफ, अल्तमस, सुहेल समेत 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों पर आईपीसी की धारा 147, 149, 323, 504, 506, 308, 188, 269, 271, महामारी अधिनियम 3 व 4 एससी-एसटी एक्ट, रासुका व गैंगस्टर एक्ट तहत कार्ऱवाई की जा रही है.


सांप्रदायिक या जातीय घटना हुई तो एसपी-एसएसपी की जवाबदेही: योगी

सीएम योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देश है कि अगर कही पर भी सांप्रदायिक या जातीय घटना हुई तो इंस्पेक्टर के साथ सीओ के खिलाफ कार्रवाई होगी और एसपी-एसएसपी के खिलाफ की भी जवाबदेही होगी. योगी आदित्यनाथ ने इस तरह के कृत्यों पर गुंडों पर रासुका लगाने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही पुलिस कप्तानों को जातीय बवाल पर सख्ती का निर्देश दिया गया है.


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