मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर।दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) द्वारा भौवापार, गोरखपुर में आयोजित सप्तदिवसीय विशेष शिविर के पांचवें दिन पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण के महत्व पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि ने पर्यावरण संरक्षण की महत्ता बताई
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सत्यनारायण विश्वकर्मा (सहायक आचार्य, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय) ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण जीवन का अभिन्न अंग है, इसे शुद्ध और प्रदूषण मुक्त बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में ही पर्यावरण संरक्षण के बीज निहित हैं और जल संरक्षण को जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
विशिष्ट अतिथियों ने किया स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ. प्रकाश प्रियदर्शी, डॉ. दुर्गावती यादव, डॉ. रामकीरत सिंह और डॉ. रश्मि रानी ने स्वयंसेवकों के कार्यों की सराहना की और उन्हें पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरंतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
एनएसएस समन्वयक ने किया शिविर का निरीक्षण
इसी दिन एनएसएस समन्वयक डॉ. सत्यपाल सिंह ने अपनी टीम के साथ शिविर का औचक निरीक्षण किया और स्वयंसेवकों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
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ग्राम में पर्यावरण जागरूकता अभियान
सुबह भौवापार गांव में पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें स्वयंसेवकों ने ग्रामीणों को स्वच्छता, जल संरक्षण और हरियाली के महत्व के बारे में जागरूक किया।
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