माया सरकार के डीजीपी बोले- सिर्फ भाजपा में ही दलितों का सम्मान, बाकी पार्टियां करती ढकोसला

मायावती सरकार में डीजीपी रहे एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष बृजलाल बुधवार को भदोही पहुंचे. औराई ब्लॉक सभागार में उन्होंने दलित राजनीति करने वाले दलों पर जमकर निशाना साधा.

 

बृजलाल ने कहा कि भाजपा ‘सरकार सबका साथ, सबका विकास’ के तर्ज पर काम कर रही है. विपक्षी पार्टियां ढकोसला करती हैं जबकि दलितों का सम्मान सिर्फ भाजपा में ही है.

 

सपा सामंतवादी पार्टी

बृजलाल ने सपा को सामंतवादी पार्टी बताया. उन्होंने कहा कि सरकार उज्ज्वला योजना, पीएम आवास योजना, आयुष्मान योजना चलाकर हर वर्ग का भला कर रही है. इससे पूर्व उन्होंने भदोही कलेक्ट्रेट सभागार में एससी-एसटी से जुड़े मामलों की समीक्षा बैठक की.

 

दलित उत्पीड़न पर बरती लापरवाही तो होगी सख्त कार्रवाई

उन्होंने कहा कि एससी-एसटी आयोग, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष ने कहा कि अधिकारी दलित उत्पीड़न के मामलों में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरतें. इन मामलों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करें. इसमें उदासीनता बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बैठक में पुलिस, समाज कल्याण समेत विभिन्न विभागों के अफसरों ने एससी-एसटी से जुड़े मामलों और अब तक की गई कार्रवाई का प्रेजेंटेशन दिया.

 

उन्होंने एसपी को दलित उत्पीड़न से जुड़े मुकदमों का तेजी से निस्तारण कराने का निर्देश देते हुए कहा कि थानाध्यक्ष, क्षेत्राधिकारी के स्तर पर दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करने में किसी भी तरह की हीलाहवाली नहीं होनी चाहिए. सीएमओ को हिदायत दी कि पीड़ितों के मेडिकल के ज्यादातर मामलों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से उदासीनता बरती जाती है, जिससे उन्हें समय पर न्याय नहीं मिल पाता है.

उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति अत्याचार उत्पीड़न सहायता योजना के तहत पीड़ितों को सहायता राशि दी जाती है, जिसे सीधे लाभार्थियों के खाते में समय पर भेजा जाए. इस योजना में वित्तीय वर्ष 2017-18 में 123 लाभार्थियों को 92 लाख 48 हजार रुपये दिए गए. प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि एससी-एसटी एक्ट के तहत दी जाने वाली सहायता को लेकर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है.

 

जानें कौन है बृजलाल

मूलत: सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ निवासी बृजलाल ईमानदार और अच्छी छवि के अधिकारी माने जाते रहे हैैं. उन्हें 4 बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा चुका है. मायावती के कार्यकाल में कानून व्यवस्था दुरुस्त होने का श्रेय बृजलाल को ही दिया जाता है. 100 से ज्यादा बदमाशों का एनकाउंटर करके उन्होंने अपराधियों में भय पैदा कर दिया था. बसपा शासनकाल में उन्हें एडीजी बनाया गया था. इसके बाद मायावती ने कई वरिष्ठों को नजरअंदाज कर उन्हें 2011 में डीजीपी बनाया था. नवंबर 2014 में बृजलाल सेवानिवृत्त हुए थे और उसके कुछ महीने बाद ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर सक्रिय राजनीति में आ गए थे.

 

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