IAS अफसर की इकलौती बेटी हुई Love Jihad का शिकार!, धर्मांतण के लिए खौलते तेल से जलाया चेहरा, आरोपी अब्दुल का PFI से बताया जा रहा कनेक्शन

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार लव जिहाद (Love Jihad) के खिलाफ सख्त कानून बना चुकी है, लेकिन मजहबी फरेब के मामले हैं कि कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा मामला गाजियाबाद से आ रहा है, यहां एक IAS अधिकारी की बेटी को लव जिहाद में फंसाया गया. आरोप है कि मुस्लिम युवक ने युवती का धर्म परिवर्तन कराने के लिए उसका चेहरा तेजाब से जलाया दिया. बताया जा रहा है कि आरोपी ने कार्रवाई से बचने के लिए पीड़िता के साथ मंदिर में शादी भी कर ली, और प्रमाणपत्र भी ले लिया है. IAS पिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी मुस्लिम युवक, वैदिक हिंदू सभा, गाजियाबाद के पदाधिकारियों, आर्य समाज मंदिर ट्रस्ट, दिल्ली के पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.

दिल्ली में तैनात IAS अधिकारी के. सारंगी (IAS K. Sarangi) ने बताया कि उनकी इकलौती बेटी बेटी डॉ. हर्ष भारती सारंगी 2016 में यूक्रेन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर लौटी थी. इसके बाद से ही मेरठ के मवाना का रहने वाला अब्दुल रहमान उनकी बेटी के पीछे पड़ा हुआ था. उसने साजिश के तहत बेटी को फंसाया. इसके पीछे उसका मकसद बेटी का धर्म परिवर्तन कराने का है. उनका कहना है कि शादी कराने वाली दो संस्थाएं भी इस साजिश में शामिल हैं.

धर्मांतरण के लिए खौलते तेल से जलाया

सारंगी ने एफआईआर में कहा है कि शख्स ने फरेब का जाल बुनकर उनकी बेटी को फंसाया. उसने पहले बेटी पहले घायल किया, फिर सहानुभूति दिखाई और उसके बाद दबाव बनाकर साथ में रखने लगा. इसमें पूरे घटनाक्रम में मौलानाओं ने उसका साथ दिया. सारंगी ने बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने खौलते तेल से बेटी का चेहरा जलाने की कोशिश की थी. ताकि अब्दुल से शादी की बात मानने के सिवाय उसके पास कोई और चारा न बचे.

कार्रवाई से बचने को लिया मैरिज सर्टिफिकेट

पीड़िता IAS पिता के मुताबिक आरोपी अब्दुल ने किसी कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए नवंबर 2018 में भारती के साथ मंदिर में शादी की और इसका रजिस्ट्रेशन भी कराया. उन्होंने बताया कि वो दोनों अभी नोएडा में रह रहे हैं. सारंगी द्वारा दर्ज एफआईआर में अब्दुल रहमान, वैदिक हिंदू सभा, गाजियाबाद के पदाधिकारी, आर्य समाज मंदिर ट्रस्ट और दिल्ली के पदाधिकारी नामजद हैं.

पिता ने शादी की वैधानिकता को किया चैलेंज 

पिता ने मैरिज रजिस्ट्रार पंचम पर भी आरोप लगाया है. उनका साफ कहना है कि हिंदू मैरिज एक्ट में अलग-अलग धर्म को मानने वाले व्यक्तियों की शादी का पंजीकरण करने के लिए जिलाधिकारी दोनों पक्ष के अभिभावकों की सहमति पर ही संस्तुति देता है, लेकिन यहां नहीं ली गई.

बेटी को अकेले छोड़ा, हो गई लव जिहाद का शिकार 

पीड़िता की मां ने बताया कि 2016 में बेटी यूक्रेन से एमबीबीएस कर लौटी और आगे की पढ़ाई के लिए कोचिंग के साथ इंटर्नशिप करने लगी. तभी उनके पति का ट्रांसफर हो गया और वे बेटी को यहां छोड़कर चले गए. कुछ दिन बाद बेटी को जली हालत में अस्पताल में भर्ती कराने की सूचना मिली. वह पहुंचीं तो अब्दुल रहमान नामक व्यक्ति बेटी के पास मिला. तीन माह तक सर्जरी के बाद वह बेटी को साथ ले गईं.

अब्दुल के PFI से जुड़े होने का आरोप

कुछ दिन बाद बेटी नोएडा के अस्पताल में नौकरी लगने की बात कहकर चली गई और फिर उससे संपर्क नहीं हुआ. बेटी से जब उनका संपर्क नहीं हुआ तो वह भी नोएडा चली आईं और युवक के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी. अब्दुल के पीएफआइ (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) से जुड़े होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बेटी कभी भी लव जिहाद का शिकार हो सकती है, क्योंकि वह उन्हें धमकी भी देता है.

पुलिस ने केस दर्ज कर, शुरू की कार्रवाई 

पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, साथ ही दोनों स्थाओं के पदाधिकारियों से पुलिस ने जवाब तलब किया है. गाजियाबाद पुलिस कप्तान मुनिराज ने बताया IPC की धारा 420 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया है. लड़की की पिता की तरफ से शिकायत मिली है कि लड़के ने धोखे से उनकी लड़की से शादी कर ली. जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया है.

इस मामले में नामजद दोनों संस्थाओं के पदाधिकारियों से पूछताछ की जाएगी. उन्हें बुलाया गया है. उनसे पूछा जाएगा कि अलग-अलग धर्म के युवक-युवती की शादी का प्रमाणपत्र किस आधार पर जारी किया गया. पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है. युवक और युवती से पूछताछ के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

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