मुरादाबाद: मुस्लिम समुदाय के लोगों ने किया दलितों के बाल काटने से इनकार, कहा-‘दलितों के दुकान पर आने से रोजी-रोटी में होता है नुकसान’

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad) में हजामत पर सियासत के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. दरअसल, शनिवार की दोपहर तक सलमानी समुदाय के लोग जहां अनुसूचित जाति के लोगों के बाल ना काटने की जिद पर अड़े थे. इस मामले में देर रात FIRदर्ज होने के बाद वो ही लोग अब बैकफुट पर आ गये हैं. अब ग्राम प्रधान पति गुलाम गौस की माने तो अब किसी को किसी के भी बाल काटने में कोई एतराज़ नहीं है, तो वहीं मुक़दमे में नामज़द आरोपी इशहाक सलमानी का कहना है कि अब जब सबने बोल दिया है तो बाल काटे जायेंगें.


देर रात तक खुल गयीं दुकानें

इशहाक के अनुसार अनुसूचित जाति के लोगों के बाल काटने के कारण उनकी दुकानों पर मुस्लिम समाज के साथ-साथ ऊंची जाति के हिन्दू भी नहीं आतें हैं, इस कारण उनके सामने रोटी रोज़ी की समस्या आ जाती है. फ़िलहाल इसे FIR का ख़ौफ़ कहें या फ़िर समझौता वार्ता का असर, मुरादाबाद (Moradabad) के पिपलसाने में दो दिन से बंद नाई की दुकानें शनिवार की देर रात खुल गई हैं, और देर रात तक लोग वहां अपनी हजामत बनवाते नज़र आ रहे हैं.


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मामले में दर्ज हुई FIR

फ़िलहाल मुरादाबाद (Moradabad) के थाना भोजपुर में अनुसूचित जाति के महेश चंद्रा की तहरीर पर पुलिस ने रियाज़, इशाहक़ व ज़ाहिद के ख़िलाफ़ आईपीसी 504 सहित SC ST एक्ट की धारा 3(1)za,D 3(1)zc Sc/st act में नामज़द रिपोट दर्ज कर ली है. इस मामले की जांच CO ठाकुरद्वारा विशाल यादव को सौंपी गई है.


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