उत्तर प्रदेश के बागपत (Baghpat) जनपद के एक स्कूल में भी झारखंड के मुस्लिम बहुल इलाकों के कुछ सरकारी स्कूलों में (School Like Jharkhand) शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश और रविवार को पढ़ाई कराने का मामला सामने आया है। जानकारी होने पर जिलाधिकारी ने मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया है। बताया जा रहा है कि यह स्कूल मुस्लिम आबादी में है। इसीलिए यहां शुक्रवार को छुट्टी रहती है और रविवार को पढ़ाई होती है।
बिना किसी मान्यता के चला रहा है स्कूल
सूत्रों ने बताया कि बागपत से 25 किलोमीटर दूर सैडभर गांव हैं, जहां कक्षा एक से पांच तक प्राइवेट प्राथमिक विद्यालय सैडभर पब्लिक स्कूल के नाम से चलाया जा रहा है। यहां बिना प्रशासन की अनुमित के शुक्रवार को छुट्टी रहती है और रविवार को पढ़ाई होती है। चार सितंबर को भी इस स्कूल में कक्षाएं संचालित मिली हैं।
वहीं, स्कूल प्रबंधक हामिद अंसारी का कहना है कि स्कूल में मुस्लिम बच्चे ज्यादा होने की वजह से शुक्रवार को बच्चे आधी छुट्टी में ही घर चले जाते हैं, जिसकी पूर्ति करने के लिए वह रविवार को स्कूल खोलकर बच्चों को पढ़ाते हैं। स्कूल प्रशासन का कहना है कि उन्होंने मान्यता के लिए अप्लाई भी किया है लेकिन अभी तक मान्यता नहीं हो पाई। वहीं गांव वालों ने बताया कि इस स्कूल को आमतौर पर मदरसा बताया जाता है।
हामिद अंसारी के मुताबिक, यह स्कूल जून 2021 से चल रहा है। अभी स्कूल में 100 से ज्यादा बच्चे पढ़ रहे हैं। इस स्कूल में अरबी, उर्दू के साथ दूसरे जरूरी विषण भी पढ़ाए जाते हैं। हामिद ने बताया कि अभी यह स्कूल केवल सोसाइटी रजिस्टर्ड है। इसका संचालन किराए के भवन में किया जा रहा है।
डीएम ने बीएसए को सौंपी मामले की जांच
वहीं, डीएम ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए बीएसए को जांच सौंपी है। इस मामले में बीएसए कीर्ति ने बताया कि जिले में बिना मान्यता के स्कूल नहीं चलने दिए जाएंगे। बीएसए ने सभी अभिभावकों से अपील है कि बिना मान्यता स्कूलों में बच्चों को पढ़ने न भेजें। सैडभर गांव में परिषदीय स्कूल भी है। बच्चों को वहां भेजे। ताकि उनका भविष्य सुधर सके।
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