कानपुर कांड के बाद विकास दुबे और अमर में हुई थी जबरदस्त लड़ाई, ये थी वजह

विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद भी लगातार इस मामले में कई खुलासे हो रहे हैं। नए खुलासे की मानें तो विकास दुबे के दाहिने हाथ यानी कि अमर दुबे और उसके बीच गद्दी को लेकर लड़ाई हुई थी। फरीदाबाद में अमर दुबे से इसी को लेकर विकास का झगड़ा हुआ था। जिसके बाद अमर कानपुर आने के लिए निकल पड़ा था। हमीरपुर में पुलिस ने उसे घेरा और एनकाउंटर में मार गिराया।


करीबियों ने किया खुलासा

जानकारी के मुताबिक, दो जुलाई को आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद अमर दुबे और विकास दुबे भी वहां से फरार हो गए थे। विकास दिल्ली से वह टैक्सी से फरीदाबाद पहुंचा और वहां पर रिश्तेदार अंकुर के यहां छुप कर रहा। उस दौरान अमर भी था। वहां विकास की गद्दी को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ। जिसके बाद अमर दुबे उसे वहीं पर छोड़कर वापस कानपुर आने के लिए निकल पड़ा।


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इस बात का खुलासा तब हुआ जब फरीदाबाद में पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने रिश्तेदार अंकुर को गिरफ्तार किया। अंकुर से की गई पूछताछ को भी पुलिस ने चार्जशीट का हिस्सा बनाया है। फरीदाबाद में गुस्साए अमर ने विकास से कहा था कि हमसे इतना बड़ा कांड करवा दिया और अब अपनी गद्दी भी नहीं दोगे। उसने यह भी कहा था कि अभी नई शादी हुई थी। पत्नी के जेल जाने की नौबत आ गई। मैं अब यहां नहीं रुक सकता। इतना कहकर वह वापस कानपुर जाने के लिए निकल पड़ा था। 


क्या है बिकरू कांड

2 जुलाई की रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे और उसकी गैंग ने तत्कालीन सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसवालों की हत्या कर दी थी। विकास 9 जुलाई को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार हुआ था। उज्जैन से कानपुर लाते समय 10 जुलाई की सुबह यूपी एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में विकास दुबे मारा गया था। इस मामले में विकास के 6 अन्य साथियों का भी पुलिस ने एनकाउंटर किया था।


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