उत्तर प्रदेश में यूपी पुलिस के जवान हमेशा ही लोगों की मदद को तत्पर रहते हैं, फिर चाहे जरूरतमंद कोई बाहर वाला ही या उनका ही कोई साथी। मामला देवरिया जिले का है, जहां एक सिपाही ने होमगार्ड की जान बचाने को ब्लड डोनेट किया। दरअसल, गोली लगने से घायल होमगार्ड की जान बचाने में कोतवाली के सिपाही नरेंद्र कुमार की भूमिका अहम रही। रात में जब खून की जरूरत पड़ी तो सिपाही ने बिना देरी किए हामी भर दी। ये वाकिया अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, देवरिया जिले में कचहरी चौराहे से महज कुछ दूर पर राघव नगर मोहल्ले में स्थित सिंडिकेट बैंक में ड्यूटी के दौरान गोली लगने से घायल होमगार्ड श्रीकिशुन यादव को लेकर शनिवार की रात प्रभारी कोतवाल विपिन मलिक मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो डॉक्टरों ने ब्लड की जरूरत बताई। कुछ देर तक पुलिसकर्मी सोच में पड़ गए। सिपाही नरेंद्र ने थोड़ी भी झिझक नहीं की और खून देने के लिए तैयार हो गया। हालांकि सिपाही नरेंद्र कुमार ने इससे पहले कभी रक्तदान नहीं किया था।
सिपाही ने कहा ये
खून देने के बाद सिपाही का कहना था कि उस समय केवल होमगार्ड की जान बचाने का जुनून था। परिजन जब रात में करीब नौ बजे मेडिकल कॉलेज पहुंचे, तब वह वापस देवरिया आए। बता दें जिस कुर्सी पर होमगार्ड बैठा था, उस पर करीब पांच मिनट पहले सिपाही नरेंद्र कुमार बैठे थे। किसी काम से कुर्सी खाली कर बैंक परिसर में चले गए। इसी दौरान होमगार्ड श्रीकिशुन सिपाही की खाली कुर्सी पर बैठ गए। इसी दौरान बंदूक से गोली दग गई और घायल हो गए। जिसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।
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