मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। गोरखपुर की होनहार बेटी निहारिका को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्नेहिल आशीर्वाद मिला, जब उन्होंने इंडिया इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (IIAC) के भव्य कोलोकियम में उनकी उपलब्धियों की सराहना की। यह क्षण न केवल निहारिका के लिए बल्कि संपूर्ण गोरखपुर और उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का विषय बना। इस मौके पर IIAC के चेयरमैन एवं सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश हेमंत गुप्ता भी उपस्थित रहे।
निहारिका: शिक्षा और संकल्प का उज्ज्वल उदाहरण
गोरखपुर के कार्मल गर्ल्स इंटर कॉलेज से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने वाली निहारिका ने बीटेक (सिविल) की डिग्री जेएसएस नोएडा से प्राप्त की। तकनीकी क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर उन्होंने यह साबित किया कि छोटे शहरों की प्रतिभाएं भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकती हैं। उनकी सफलता युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
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माता-पिता की प्रेरणा से मिली सफलता
निहारिका अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता वरिष्ठ पत्रकार पीपीएन उपाध्याय और श्रीमती सीमा उपाध्याय को देती हैं। पिता से ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता की सीख मिली, तो माता से आत्मविश्वास और धैर्य। परिवार का सहयोग ही उनकी सफलता की नींव बना।
गोरखपुर की पहचान, निहारिका की उड़ान
गोरखपुर, जो शिक्षा, साहित्य और संस्कृति की धरती रही है, ने निहारिका जैसी प्रतिभा को जन्म दिया। उपराष्ट्रपति से उनकी यह भेंट इस बात का प्रमाण है कि सच्ची लगन और परिश्रम से युवा भारत की नई पहचान गढ़ सकते हैं। यह उपलब्धि उनके लिए नए अवसरों के द्वार खोलेगी और गोरखपुर के युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी।
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