खालिस्तानी आतंकी लजर मसीह (Terrorist Lajar Masih) विदेशों में बैठे अपने हैंडलरों के लगातार संपर्क में था। वह बब्बर खालसा इंटरनेशनल ग्रुप के आतंकियों को भारत से जुड़ी जानकारी देता था और विदेशों की हलचल के बारे में पूछताछ करता था। जांच में सामने आया है कि वह पाकिस्तान, कतर, मैक्सिको, पुर्तगाल और अमेरिका में मौजूद हैंडलरों से ज्यादा संपर्क में था।
वाईफाई के जरिए करता था संपर्क
सूत्रों के मुताबिक, यूपी आने के बाद लजर मसीह दूसरों के वाईफाई नेटवर्क का इस्तेमाल कर अपने मोबाइल को इंटरनेट से जोड़ता था और फिर इंटरनेट कॉलिंग ऐप के जरिए अपने करीबियों से बातचीत करता था। एसटीएफ की गिरफ्तारी के बाद खुफिया एजेंसियां उसके स्लीपिंग मॉड्यूल से जुड़े इनपुट जुटा रही हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि प्रयागराज और कौशांबी में उसके मददगार तो नहीं थे। अगर कोई सहयोगी सामने आता है, तो उसके खिलाफ भी कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
खालिस्तानी आतंकी पन्नू से कनेक्शन
जांच में यह भी सामने आया है कि लजर मसीह का संबंध खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू से था। पंजाब से फरार होने के बाद लजर मसीह चर्चा में आया था। पन्नू ने महाकुंभ के दौरान बदला लेने की धमकी दी थी, जिसके बाद यूपी एसटीएफ और एटीएस केंद्रीय एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क में थी।
बिना सिमकार्ड के करता था इंटरनेट कॉलिंग
गिरफ्तारी के दौरान एसटीएफ को लजर मसीह के पास से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिसमें सिमकार्ड नहीं था। माना जा रहा है कि दिल्ली से कौशांबी आते समय उसने श्रद्धालुओं की मदद से वाईफाई का उपयोग कर इंटरनेट कॉल की थी।
एफआईआर दर्ज, भेजा गया जेल
लजर मसीह के खिलाफ कोखराज थाने में सात धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसटीएफ के एएसपी लाल प्रताप सिंह की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। जेल में पहुंचने के बाद उसने दाल-चावल और रोटी खाई। अब पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल करने की तैयारी कर रही है, ताकि आगे की पूछताछ की जा सके।