पूर्वी उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर प्रगति करता AIIMS गोरखपुर

मुकेश कुमार, ब्यूरो चीफ़ पूर्वांचल। AIIMS गोरखपुर को प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (PMSSY) के तहत 2016 में प्रस्तावित किया गया था, और चौथे चरण AIIMS के तहत 22 जुलाई 2016 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा इसकी नींव रखी गई थी। तब से यह संस्थान पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर प्रयासरत है। यह संस्थान 112 एकड़ भूमि पर स्थित है, जिसमे ओपीडी सेवाओं की शुरुआत फरवरी 2019 में हुई , और पहला MBBS बैच 50 छात्रों के साथ AIIMS जोधपुर के मार्गदर्शन में शुरू हुआ।

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अस्पताल और रोगी देखभाल:

संस्थान में 750 बिस्तरों वाला अस्पताल है, जिसमें 500 सामान्य विशेषज्ञता और 250 सुपर-स्पेशलिटी बेड्स हैं। वर्तमान में 550 बिस्तर और 12 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर (OTs) पूरी तरह से कार्यात्मक हैं। ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या 2019 में कुछ सौं से बढ़कर अब लगभग 3500-4000 प्रतिदिन हो गई है, जो 1st फेज के AIIMS में सबसे बेहतरीन है और यह न केवल पूर्वी यूपी बल्कि बिहार और नेपाल के लोगों को भी सेवा प्रदान करता है।
गंभीर मामलों के लिए डायलिसिस यूनिट, NICU, PICU, MICU, SICU, ACCU और ट्रॉमा ICU जैसी सुविधाएं पूरी तरह से कार्यात्मक हो चुकी हैं।
कैंसर सर्जरी, जोड़ प्रतिस्थापन (हिप/ घुटना), कोक्लियर इम्प्लांट, फाको, और मैक्सिलो-फेशियल सर्जरी जैसे उन्नत सर्जरी नियमित रूप से की जा रही हैं।

हाल ही में 4 नए सुपर-स्पेशलिटी ओपीडी शुरू किए गए हैं –
1. कार्डियोलॉजी,
2. गैस्ट्रोएंटरोलॉजी,
3. पेन मेडिसिन,
4. न्यूरोलॉजी।

शैक्षिक उपलब्धियां:

MBBS पाठ्यक्रम 2019 में 50 सीटों के साथ शुरू हुआ, जिसे अब 125 सीटों तक बढ़ा दिया गया है। पहले बैच (2019) ने मार्च 2025 में अपनी इंटर्नशिप पूरी की। – अगले महीने में उनका दीक्षांत समारोह प्रस्तावित है।

2023 में क्लिनिकल ब्रॉड स्पेशलिटी में पोस्ट-ग्रेजुएट (MD/MS) पाठ्यक्रम की शुरुआत हुई, और वर्तमान में 120 अकादमिक जूनियर रेजिडेंट्स विभिन्न विभागों में काम कर रहे हैं।
सुपर स्पेशलिटी DM पाठ्यक्रम 2024 में 4 विषयों में शुरू किए गए हैं:

1. न्यूनाटोलॉजी,
2. पल्मोनरी मेडिसिन,
3. साइकीयाट्री और
4. पेन मेडिसिन

B.Sc. नर्सिंग (60 सीटें/वर्ष) और M.Sc. नर्सिंग (10 सीटें/वर्ष) कार्यक्रम अच्छे से चल रहे हैं।
Allied Health Sciences के तहत OT, लैब, रेडियोलॉजी तकनीशियनों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को 30 सीटों के लिए स्वीकृति मिल चुकी है, और यह 2025 से शुरू होंगे।
कुछ विभागों द्वारा संक्षिप्त प्रमाणपत्र और फैलोशिप पाठ्यक्रमों को Standing Academic Committee द्वारा स्वीकृति मिल चुकी है।
वर्तमान में कुल 725 मेडिकल छात्र, 120 पोस्ट-ग्रेजुएट रेजिडेंट्स, 212 नर्सिंग छात्र, 86 सीनियर रेजिडेंट्स और 60 नॉन-अकादमिक जूनियर रेजिडेंट्स AIIMS गोरखपुर में किसी न किसी रूप में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
उन्नत चिकित्सा सेवाओं और प्रशिक्षण विधियों के जोड़ने के साथ, संस्थान में NEET (MBBS और MD/MS के प्रवेश परीक्षा) का ओपनिंग रैंक स्तर अब क्रमशः 1000 और 150 के भीतर आ चुका है।

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संस्थान में 29 कार्यात्मक विभाग हैं, जिनमें 115 चिकित्सा और 20 नर्सिंग फैकल्टी सदस्य नियुक्त हैं, जो पूरे भारत से आकर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
आज, रोग रोकथाम और तकनीकी शिक्षा के अलावा, AIIMS बहुत से लोगों को रोजगार भी प्रदान कर रहा है।

अनुसंधान और नवाचार:

42 बाहरी वित्त पोषित अनुसंधान परियोजनाएं (ICMR, UNICEF, BMGF आदि) चल रही हैं।
एक अच्छी तरह से सुसज्जित मल्टी-डिसिप्लिनरी रिसर्च यूनिट (MRU) कार्यात्मक है, जो आणविक जीवविज्ञान पर ध्यान केंद्रित करता है।

सामुदायिक सेवाएं:

नियमित स्वास्थ्य कैंप और गांवों में ओपीडी सेवाएं, विशेष रूप से वंचित और जनजातीय क्षेत्रों में, जैसे वंतंगिया समुदायों, शिवपुर और डुमरी खास PHC में आयोजित की जा रही हैं।
महिलाओं के स्वास्थ्य कैंप फरवरी 2025 से प्रति शनिवार को आकांक्षी जिलों की विभिन्न PHCs में शुरू किए गए हैं, जिसका उद्देश्य चिकित्सा सेवा प्रदान करना, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर स्क्रीनिंग और उच्च जोखिम गर्भावस्था की पहचान करना है।

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जिला स्वास्थ्य प्रणाली को राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों जैसे परिवार कल्याण, टीकाकरण और U-win पोर्टल, हेपेटाइटिस B और C, तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम, अंधता नियंत्रण कार्यक्रम, एनीमिया मुक्त भारत, नशा मुक्ति, जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रियों के उच्च जोखिम मामलों को रेफर करना आदि के माध्यम से समर्थन प्रदान किया जा रहा है।
प्रशिक्षण के बाद पांच रेजिडेंट्स को उत्तरकाशी में चारधाम यात्रा चिकित्सा स्वास्थ्य आवश्यकताओं के लिए भेजा गया है।

अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं:
आयुष्मान भारत योजना सक्रिय है और 5000 से अधिक लोगों ने AIIMS गोरखपुर से मुफ्त सेवाएं प्राप्त की हैं।
पंजीकरण, बिलिंग, फार्मेसी और स्टोर के लिए डिजिटल सिस्टम लागू किया गया है।

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AMRIT और जन औषधि की दवाइयों के लिए कैंपस में फार्मेसियां।

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