आगरा: 5 सालों से कोमा में सिपाही की मदद को आगे आया विभाग, बिलों के भुगतान की कार्रवाई शुरू

 

हाल ही में आगरा जिले में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली की शुरूआत हुई थी। जिसके क्रम में आईपीएस प्रीतिंदक सिंह ने जिले की कमान संभाली। कमान संभालते ही एक सिपाही के पिता ने उनके सामने मदद की गुहार लगाई। दरअसल, गुहार लगाने वाले पिता का सिपाही बेटा पिछले 5 सालों से कोमा में है। विभाग ने भी उसकी सुध लेना जरूरी नहीं समझा। ऐसे में एक बेबस पिता को देखते हुए जिले के पुलिस आयुक्त ने मामले में जांच के आदेश दिए और जिले के कई अफसरों को सिपाही के घर भेजा।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, खंदौली के हसनपुरा गांव निवासी विशंभभर ने बताया उनकी घर में ही परचूनी की दुकान है। परिवार में दो पुत्र, एक पुत्री है। बड़ा पुत्र सागर सिंह वर्ष 2016 में पुलिस विभाग में आरक्षी के रूप में भर्ती हुआ था। सागर की पहली तैनाती गौतमबुद्ध नगर के थाना फेस-दो में थी। वह चार सितंबर 2017 को बाइक से समन तामील करने जा रहा था। रास्ते में यूटर्न पर एक स्कूटी सवार से टकरा गया। हेलमेट पहने होने के बावजूद वह गंभीर घायल हो गया। इस हादसे को पांच साल बीत गए लेकिन सिपाही अभी तक कोमा में ही है।

सिपाही के पिता ने अपने पुत्र का गौतमबुद्ध नगर और दिल्ली में करीब डेढ़ महीने उपचार कराया। जिसके बाद से आगरा लेकर आ गए। यहां पर उसका उपचार करा रहे हैं। पुत्र अभी तक कोमा से नहीं निकल सका। पिता ने बताया कि नवंबर 2021 में पुलिस विभाग ने पुत्र को सेवानिवृत्त कर दिया। उसे 3080 रुपये पेंशन मिल रही है। पिता का दर्द है कि पुत्र के प्रतिदिन की दवा और नली से खाना देने में ही हर महीने 14 से 15 हजार रुपये महीना खर्च हो जाते हैं। इतनी कम पेंशन में वह किस तरह से पुत्र का उपचार करा सकते हैं। उसके इलाज में उनके खेत पहले ही बिक चुके हैं।

पुलिस कमिश्नर की पहल पर मदद शुरू, सिपाही के घर परिजनों से मिलने पहुंचे अपर पुलिस आयुक्त|आगरा,Agra - Dainik Bhaskar

बेटे का इलाज कराते कराते सिपाही के पिता कर्जे में डूब चुके हैं। उन्हें गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट से एक पत्र भेजा गया। जिसमें पुत्र के नाम के आगे स्वर्गीय लिखा था। जबकि बेटे को दो सप्ताह पहले ही चिकित्सक को दिखाया था। विभागीय कर्मचारियों से इसकी शिकायत की। उन्होंने गलती बताते हुए उसे सही करने के लिए कह दिया। अब तक हार कर उन्होंने आगरा के नए और पहले पुलिस आयुक्त प्रीतिंदर सिंह से गुहार लगाई थी।

अपर पुलिस आयुक्त प्रोटोकॉल शिवराम यादव सिपाही के घर पर परिजनों से बात करते हुए। - Dainik Bhaskar

सिपाही के बिलों को भुगतान करेगा विभाग

जिसके बाद अब पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह ने सारी बात सुनने के बाद उन्हें हरसम्भव सहायता का आश्वासन दिया। इसी क्रम में अपर पुलिस उपायुक्त, प्रोटोकॉल शिवराम यादव सिपाही के घर जाकर परिजनों से मिले थे। उन्होंने बताया कि आरक्षी के इलाज के बिलों का भुगतान कराने की कार्रवाई की जा रही है।

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