उत्तर प्रदेश में नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी के अलावा राज्य के बाकी हिस्सों में उद्योगों का जाल बिछाने के लिए यूपीसीडा (UPCIDA ने बड़ा प्लान तैयार किया है। मेगा प्रोजेक्ट के लिए उद्यमियों को आसानी से जमीन दिलाने के लिए अगले तीन सालों में 5900 एकड़ का लैंड बैंक (Land Bank) तैयार किया जाएगा। इतनी जमीन पर आधा दर्जन मेगा प्रोजेक्ट लाने की तैयारी है। इन प्रोजेक्ट्स के लगने से करीब 5000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपीसीडा ने इसके लिए साल 2023-24 तक के लिए बड़ी योजना बनाई है। इसके लिए विभिन्न जिलों में जमीन चिन्हित की जाएगी। जमीन ऐसी जगह ली जाएगी, जहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव न हो। साथ ही एक्सप्रेस-वे के आसपास की जमीन लेने पर जोर रहेगा। पूर्वांचल, बुंदेलखंड व मध्य यूपी में निवेशकों को अलग-अलग उद्योग के लिए अलग-अलग जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।
यूपीसीडा का इरादा कम से कम पांच मेगा प्रोजेक्ट स्थापित करवाने का है। अभी कई बड़ी कंपनियां बड़ी व उपयुक्त लोकेशन की तलाश में रहती हैं लेकिन उन्हें या तो पर्याप्त जमीन नहीं मिल पाती है या उसकी लोकेशन उनकी जरूरतों के हिसाब से नहीं होती है। यूपीसीडा ने अपना प्रस्ताव औद्योगिक विकास विभाग को भेज दिया है।
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वर्तमान वित्तिय वर्ष में यूपीसीडा ने 5073.09 एकड़ जमीन का लैंड बैंक तैयार करवाया है। इसके जरिए 6500 लोगों को रोजगार दिलाने का काम किया गया है। साल 2017-18 में छोटी बड़ी 191 इकाइयां 114 एकड़ जमीन पर लगीं और 7555 लोगों को रोजगार मिला। वहीं, 2020-21 में औद्योगिक इकाइयों की संख्या 441 हो गई। यह यूनिट 299 एकड़ जमीन पर लगीं और इनके जरिए 35545 लोगों को रोजगार मिला।
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