मुकेश कुमार, ब्यूरो चीफ़ पूर्वांचल। हीरक जयंती स्थापना दिवस समारोह पर माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अत्याधुनिक महन्त दिग्विजयनाथ प्रेक्षागृह का शिलान्यास किया। ₹4310.29 लाख की लागत से बनने वाले इस प्रेक्षागृह में 1500 सीटों वाला ऑडिटोरियम, दो 200-सीटों वाले कॉन्फ्रेंस हॉल तथा 500 सीटों का एक्जीबिशन हॉल शामिल है। उत्तर प्रदेश सरकार ने परियोजना को प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। कुलपति प्रो. पूनम टण्डन ने मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह प्रेक्षागृह विश्वविद्यालय की शैक्षणिक व सांस्कृतिक सशक्तता का प्रतीक बनेगा।
हीरक जयंती द्वार का शिलान्यास एवं हीरक जयंती स्टेडियम की शिलापट्टिका का अनावरण
माननीय मुख्यमंत्री विश्वविद्यालय परिसर में प्रस्तावित हीरक जयंती द्वार का शिलान्यास करेंगे, जो विश्वविद्यालय की 75 वर्षों की गौरवगाथा का प्रतीक होगा। इसके साथ ही, विश्वविद्यालय के हीरक जयंती स्टेडियम की शिलापट्टिका का अनावरण भी माननीय मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि यह अवसर विश्वविद्यालय के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा, जिससे शैक्षिक, सांस्कृतिक व वैश्विक स्तर पर विश्वविद्यालय को नई दिशा मिलेगी।
हीरक जयंती पर विश्वविद्यालय की अनूठी प्रस्तुति: स्मृति सिक्का और विशेष डाक टिकट का विमोचन
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के 75वें स्थापना दिवस (हीरक जयंती) के शुभ अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा दो ऐतिहासिक प्रतीकों—स्मृति सिक्के (Souvenir Coin) और विशेष डाक टिकट (Special Stamp)—का भव्य विमोचन किया गया।
स्मृति सिक्का
इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा जारी किया गया स्मृति तांबे का सिक्का भारत सरकार के हैदराबाद स्थित Cherlapally टकसाल में निर्मित किया गया है। श्री दुर्गेश देशमुख, मुख्य प्रबंधक (विज्ञापन), ने बताया कि यह टकसाल स्मृति तांबे के सिक्कों के निर्माण में विशेषज्ञ है।
यह सिक्का चलन में नहीं रहेगा, पूर्णतः तांबे से बना है, जिसका व्यास 44 मिमी और वजन 35 ग्राम है।
मुख्य विशेषताएँ:
सिक्के के अग्र भाग (obverse) पर ऊपरी परिधि में “Deen Dayal Upadhyay Gorakhpur University” अंकित है।
ऋग्वेद का हीरक जयंती ध्येय वाक्य “प्रतार्यायः प्रतरं नवीयः” (हम सभी एक बेहतर जीवन की ओर बढ़ें) भी उकेरा गया है।
विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार की प्रतिकृति एवं वटवृक्ष की सुंदर कलाकृति दर्शाई गई है।
पृष्ठ भाग (reverse) पर:
हीरक जयंती का ढाल-आकार का लोगो,
विश्वविद्यालय का नाम दर्शाता रिबन,
तथा NAAC A++ मान्यता चिन्ह अंकित है।
यह सिक्का विश्वविद्यालय समुदाय, स्मृति संग्रहकर्ताओं और सिक्काविदों (numismatists) के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा।
विशेष डाक टिकट (विशेष आवरण)
हीरक जयंती समारोह के अंतर्गत माननीय मुख्यमंत्री द्वारा एक विशेष डाक टिकट (विशेष आवरण) का भी विमोचन किया गया।
इस डाक टिकट पर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार की छवि तथा “75 वर्ष” अंकित है, जो संस्थान की समृद्ध परंपरा और अकादमिक गरिमा का प्रतीक है।
यह विशेष आवरण आम जनमानस के लिए दीक्षा भवन परिसर में डाक विभाग द्वारा स्थापित विशेष काउंटर से उपलब्ध रहेगा।
डॉक्यूमेंट्री और थीम सॉन्ग का लोकार्पण
हीरक जयंती समारोह के अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री ने कुलपति के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय के सूचना, प्रकाशन एवं जनसंपर्क केंद्र द्वारा निर्मित डॉक्यूमेंट्री और थीम सॉन्ग का लोकार्पण किया। यह डॉक्यूमेंट्री विश्वविद्यालय की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा का संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली दृश्य चित्रण प्रस्तुत करती है। थीम सॉन्ग में भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का सुंदर समन्वय है, जो युवाओं में विश्वविद्यालय के प्रति गौरव, जुड़ाव और प्रेरणा का संचार करता है।
विशेष स्मारिका का विमोचन
मुख्यमंत्री जी ने विश्वविद्यालय की 75 वर्षीय उपलब्धियों, शैक्षणिक प्रगति, अनुसंधान कार्यों और सामाजिक योगदान को समाहित करने वाली विशेष स्मारिका का विमोचन भी किया। इसका संपादन प्रो कमलेश गुप्त ने किया। यह दस्तावेज विश्वविद्यालय की विरासत और भविष्य की दिशा को रेखांकित करता है।
“संवाद” पत्रिका और पुस्तकों का विमोचन
समारोह में “संवाद” नामक विशेष पत्रिका का विमोचन किया गया, जो अधिष्ठाता छात्र कल्याण की गतिविधियों, छात्र प्रतिभा विकास और समग्र छात्र जीवन से जुड़ी पहलों को दर्शाती है।
इसके साथ ही नाथ पंथ और बौद्ध परंपरा पर आधारित ग्रंथ तथा “Affirmative Action and Social Justice in India” पुस्तक का भी लोकार्पण हुआ।
Also Read : मोदी सरकार कराएगी जाति जनगणना, कैबिनेट बैठक में अहम फैसला
मुख्यमंत्री ने ‘स्मृति उपहार केंद्र’ का किया अवलोकन
इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में संचालित ‘स्मृति उपहार केंद्र‘ (Souvenir Shop) का अवलोकन किया। इस केंद्र पर विश्वविद्यालय के प्रतीक-चिह्न (लोगो) युक्त कॉफी मग, की-रिंग, टी-कोस्टर, पेन-स्टैंड, डायरी तथा दुपट्टे इत्यादि विविध आकर्षक सामग्री उपलब्ध है। यह केंद्र अधिष्ठाता, छात्र कल्याण के संयोजन में आरंभ किया गया है, जिसका उद्देश्य विश्वविद्यालय की पहचान को जन-सामान्य तक पहुँचाना एवं विद्यार्थियों में संस्थागत गौरव का बोध कराना है।
देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं