यूपी: गैंगस्टर विकास दुबे के भाई को कानपुर लाने की तैयारी में पुलिस, खारिज करवाई जाएगी जमानत अर्जी

कुछ दिन पहले ही बिकरू कांड के आरोपी विकास दुबे के भाई दीप दुबे ने पुलिस से बचते हुए कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। जिसके बाद अब उसके खिलाफ कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है। एसपी ग्रामीण को ये आदेश दिए हैं कि कोर्ट में उसकी सभी जमानत अर्जियों को खारिज करवाया जाए। इसके साथ ये भी कहा गया है कि इस बात की भी जांच हो की इस टॉप 10 अपराधियों में क्यों नहीं रखा गया।


डीआईजी ने दिए आदेश

जानकारी के मुताबिक, कानपुर के बिकरू कांड के आरोपी व एनकाउंटर में ढेर विकास दुबे के फरार भाई दीप प्रकाश दुबे उर्फ दीपक ने हाल ही में पुलिस को चकमा देकर लखनऊ की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जिसके बाद अब इसे कानपुर लाने की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। दरअसल डीआईजी के आदेश के बाद अब कानपुर पुलिस अब दीपक की जमानतें खारिज कराने की तैयारी में है। इसके अलावा एसपी ग्रामीण ये भी जांच करेंगे कि इतने केस दर्ज होने के बाद भी दीप दुबे को टॉप टेन अपराधी क्यों नहीं घोषित किया गया?


बता दें कि क्षेत्रीय इलाके में भी दीप प्रकाश दुबे का अच्छा खासा दबदबा था। इस पर वर्ष 1992 में शिवली थाने में मारपीट का पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। वर्ष 2000 के अलावा वर्ष 2002 में शिवली थाने में भी हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ। मारपीट,डकैती के अलावा वर्ष 2004 में पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में उस पर कारर्वाई भी करी थी लेकिन पुलिस मेहरबानी के चलते जल्दी सलाखों के पीछे कभी भी दीप को ज्यादा समय नहीं रहना पड़ा। इस बात की जांच के आदेश भी कानपुर डीआईजी ने दिए हैं।


पुलिस से छिपकर किया सरेंडर

बिकरू कांड के बाद एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश ने हाल ही में लखनऊ कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस कई दिनों से उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस अब उसे रिमांड पर लेकर अब पूछताछ कर रही है। बता दें, कुछ दिन पे उमाशंकर यादव के साथ विकास के दूसरे भाई विपुल दुबे ने भी कोर्ट में सरेंडर करने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हो पाया। पुलिस ने कई बार उसकी लोकेशन के आधार पर दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं लगा।


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