मिर्जापुर: हिंदू परिवार को लूटने के लिए राशिद ने धरा साधु का रूप, जीता विश्वास, फिर जेवर-पैसे लेकर हुआ फरार

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर (Mirzapur) से ठगी का बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है. यहां एक मुस्लिम समुदाय के युवक ने हिंदू परिवार को लूटने के लिए साधु का रूप धर लिया और खुद को उनका खोया हुआ बेटा बताकर विश्वास जीत लिया. हिंदू परिवार उसपर जब भरोसा करने लगा तो वो इसका फायदा उठाकर जेवर और पैसे लेकर फरार हो गया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, तथा उसके पास पैसे और गहने भी बरामद कर लिए हैं.


जी न्यूज की खबर के मुताबिक मामला चुनार थाना क्षेत्र के सहसपुरा परसोधा गांव का है. गोंडा के रहने वाले राशिद जोगी (Rashid) ने खुद को गांव के बुधीराम विश्वकर्मा का खोया हुआ बेटा अन्नू बताया. उसने जब बुधीराम की पत्नी से ‘माता जी’ कहकर भीख मांगी, तो उन्होंने भी उसे अपना 14 साल का बेटा रवि उर्फ अन्नू मानकर सीने से लगा लिया. बता दें कि अन्नू साल 2011 मे गायब हो गया था. पत्नी के दुलार और लोगों के कहने पर बुधराम ने भी उसे अपना खोया हुआ बेटा मान लिया.


घर वालों को सुनाई झूठी कहानी

साधु के वेशभूषा में सारंगी बजाते हुए घर पहुंचे राशिद ने घर वालों को एक शपथ-पत्र दिखाया था. उसने कहा कि इतने सालों से वह मठ में रहता है. अब वो वहां से आजाद होकर घर वापस तभी आ सकता है, जब मठ में भंडारा हो जायेगा. इसके बाद उसने बुधराम को एक सामान की लिस्ट दी, जिसमें 986 धोती, 986 लंगोट, पांच टीन-घी, तेल और 21 हजार रुपये की दक्षिणा लिखी हुई थी.


लाखों रूपए लेकर फरार

घर वाले भी अपने बेटे की चाह में इस बात के लिए तैयार हो गए. बुधिराम ने सामान के बदले 1 लाख 46 हजार रुपये राशिद के साथी को भुगतान कर दिया. इसके बाद राशिद उनके साथ घर में रहने लगा. कुछ दिनों बाद राशिद ने घर के सारे गहने एक बॉक्स में बंद कराकर रख दिए और कहा कि 11 दिनों की पूजा करने के बाद ये गहने दोगुने हो जाएंगे.


अन्य लोगों को भी लगाया चूना

इसी बीच वह अपनी कथित मां के मायके रामनगर गया. वहां भी उसने अपनी मामी को सोने के गहने को दोगुना करने का लालच दिया. उसने उन्हें एक पोटली बनाकर 11 दिन तक रखने को दिया. इस दौरान उसे न खोलने की हिदायत भी दी. इसी तरह गांव के कई लोगों के भी पैसे और गहने दोगुने करने का लालच देकर चला गया. जब लोगों को शक हुआ तो उन्होंने पोटली और बक्सों को खोलकर देखा. उन्हें गहनों की जगह ईंट-पत्थर मिले. तब उन्हें समझ आया कि वो ठगी का शिकार हो गए.


गिरफ्तारी पर खुला भेद

इसके बाद शक के आधार पर पिता और गांववालों ने उसे ढूंढा और कड़ाई से पूछताछ की. तब उसने अपना नाम राशिद बताया. इसके बाद लोगों ने उसे चुनार पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस युवक को हिरासत में लेकर मामले में छानबीन कर रही है. इसके साथ ही पुलिस ने गायब हुए सोने के आभूषण और 70 हजार रुपये भी बरामद किये हैं.


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