उत्तर प्रदेश की विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार ने बजट सत्र के आखिरी एवं आठवें दिन सरकार के कामकाज का ब्यौरा पेश किया. सदन में भाजपा की तरफ से विधायकों को बजट पर बोलना का मौका मिला लेकिन अगर किसी विधायक ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा तो वो हैं देवरिया सदर से पहली बार चुनकर आए पत्रकार से राजनेता बने डॉ शलभ मणि त्रिपाठी (Deoria BJP MLA Dr Shalabh Mani Tripathi) . शलभ ने सदन में एक-एक कर सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. करीब 5 मिनट के अपने भाषण में उन्होंने शायरी और शब्दों के चयन से सरकार के पक्ष में ऐसा माहौल बनाया कि सदन में जमकर तालियां बजीं, वहीं इस दौरान विपक्ष के नेता इधर उधर बगले झांकते पाए गए.
एक वाकए से समझाई सरकार की प्राथमिकता व भावना
डॉ शलभ मणि त्रिपाठी (Dr Shalabh Mani Tripathi) ने कहा, “राज्य का जो बजट होता है वो सरकार की प्राथमिकता, प्रतिबद्धता और भावना को परिलक्षित करता है. योगी जी के नेतृत्व में बीते 5 वर्षों में किस भावना के साथ काम किया है इसका उदाहरण देने के लिए मैं आप सबको एक वाकए की तरफ ले जाना चाहता हूं”. उन्होंने बताया, “साल 2017 की बात है जब मुख्यमंत्री योगी जी को शपथ लिए कुछ ही दिन बीते थे. इसी दौरान उनके सामने अखबार में छपी एक तस्वीर आई. उसमें चिलचिलाती गर्मी में स्कूल जाते बच्चों की फोटो छपी थी. जिसमें बच्चे स्कूल बैग को सिर पर रखे दिखाई दे रहे थे. अखबार ने छापा था कि ‘सिर बचाऊं या पांव’ से शीर्षक दिया था.”
उन्होंने बताया, “मुख्यमंत्री जी के सामने ये तस्वीर गई उन्होंने संबंधित अधिकारियों को बुलाकर पूछा कि इन बच्चों के पांव में जूते नहीं हैं तो ये स्कूल कैसे जाएंगे. इसपर अधिकारियों ने कहा कि जूते देने का कोई प्रावधान नहीं है क्योंकि उसके लिए हमारे पास बजट नहीं है. इस पर मुख्यमंत्री जी ने पूछा कि बजट कैसे आएगा. सीएम योगी ने तत्काल आदेश दिया कि जितनी भी फिजूलखर्ची हो रही हों सभी रोकी जाएं और एक महीने के भीतर इन बच्चों के पैरों में जूते पहनाने की व्यवस्था की जाए. इसी भावना औऱ प्राथमिकता के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार पांच वर्षों तक काम किया है.”
पीएम-सीएम ने महिलाओं को किया सशक्त
डॉ शलभ मणि त्रिपाठी (Dr Shalabh Mani Tripathi) ने कहा, “हम सबने टॉयलेट एक प्रेम कथा मूवी देखी होगी, जिसे देश-दुनियां में खूब सराहना मिली. लेकिन एक हिंदूस्तानी होने के नाते मुझे काफी अफसोस हुआ कि आजादी के सात दशक बाद टॉयलेट की समस्या पर फिल्म बन रही, जिसमें भारत की कैसी तस्वीर प्रस्तुत की जा रही है. मैं माननीय प्रधानमंत्री जी और माननीय मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने देश की महिलाओं को सशक्त करने और उनका स्वाभिमान जगाने का काम किया है.”
पहली ऐसी सरकार जिसने पहले ही बजट में संकल्प पत्र को 75% तक लागू किया
भाजपा विधायक ने कहा, “सरकार बनाने के बाद हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि हम किसानों की कर्ज माफी करेंगे. विपक्ष के साथी सवाल उठाते थे. हमें कहते हुए गर्व की अनुभूति होती है कि योगी जी के नेतृत्व वाली पहली ऐसी सरकार थी जिसने अपने संसाधनों पर पूरे प्रदेश के लाखों किसानों का कर्ज माफ किया. यूपी के इतिहास की पहली ऐसी सरकार है जिसने अपने संकल्प पत्र को पहले ही बजट में 75 फीसदी से ज्यादा लागू करने का काम किया है. भारतीय जनता पार्टी ने 130 संकल्प लिए थे, जो पहला बजट आया है उसमें 97 घोषणाओं को पूरा करने का काम किया गया है.”
सरकार बनाने के बाद सबसे बड़ी चुनौती थी किसानों की कर्जमाफी की। विपक्ष के साथियों की तरफ से बार बार कहा जाता था कि कब करेंगे, लेकिन हमें बताते हुए गर्व की अनुभूति होती है कि मा० @myogiadityanath जी के नेतृत्व में पहली कैबिनेट बैठक में ही किसानों के कर्ज़ माफ करने का काम किया गया। pic.twitter.com/whkQEZWOTs
— Dr. Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) May 31, 2022
विवेकानंद के रास्ते पर चलेंगे युवा, संतो को बना रहे सशक्त
उन्होंने कहा,” हमने ऐसे विश्वविद्यालय भी देखें हैं जिनमे ‘अफजल हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं’ के नारे लगे हैं. आज सीएम योगी के नेतृत्व में स्वामी विवेकानंद के नाम पर नौजवानों को सशक्त करने की योजना लेकर हम आए हैं. उत्तर प्रदेश में संतों के ऊपर लाठी चलती थीं, गोलियां चलती थीं. उन्हें परिक्रमा करने की अनुमति नहीं दी जाती थी. आज हमारी सरकार संतो को सशक्त करने के लिए एक योजना लेकर आई है.”
उत्तर प्रदेश में संतो के साथ किस तरह का व्यवहार और बर्ताव होता था ये बताने की जरूरत नहीं है। उन्हें परिक्रमा करने तक की अनुमति नहीं मिलती थी। लेकिन मुझे यह कहते हुए गर्व की अनुभूति होती है कि मा० @myogiadityanath जी के नेतृत्व में हम संतो को सशक्त करने के लिए योजना लेकर आये हैं। pic.twitter.com/kMPGW3C7SQ
— Dr. Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) May 31, 2022
बदले बिजली के हालात, अब गांव में देंगे 24 घंटे बिजली
डॉ शलभ मणि त्रिपाठी (Dr Shalabh Mani Tripathi) ने कहा कि 2017 से पहले पहले बिजली के कैसे हालत थे और सूबे में कैसी कानून-व्यवस्था थी ये हम सबसे छिपी नहीं है. आज प्रदेश में गांव-गांव बिजली पहुंचाने का काम हो रहा है. और इस बजट में गांव में भी 24 घंटे बिजली देने की बात कही गई है.
वही योगी सरकार की उपलब्धियों पर बात करते हुए शलभ ने एक शायरी पढ़कर अपनी बात को समाप्त किया. उन्होंने कहा, “लहरों को साहिल की दरकार नहीं होती, हौसले बुलंद हो तो सामने कोई दीवार नहीं होती। जलते हुए दिए ने आंधियों से ये कहा कि रौशनी देने वालों की कभी हार नहीं होती।”
लहरों को साहिल की दरकार नहीं होती,
हौसले बुलंद हो तो सामने कोई दीवार नहीं होती।
जलते हुए दिए ने आंधियों से ये कहा
कि रौशनी देने वालों की कभी हार नहीं होती।। pic.twitter.com/vBxNIHmKn9— Dr. Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) May 31, 2022
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