नोएडा (Noida) में रेव पार्टी (Rave Party) में सांप का जहर (Snake Poisson) उपलब्ध कराने के आरोप में यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी विजेता एल्विश यादव (Elvish Yadav) सहित छह लोगों के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर यूपी के वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना (Arun Kumar Saxena) की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि पीपुल्स फॉर एनिमल्स (पीएफए), पुलिस और वन विभाग ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। 9 साप बरामद किए गए, जो जहरीले हैं। जांच वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अनुसार की जाएगी। 2 से 7 साल की सजा का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि कानून सबके लिए समान है। कानून के मुताबिक जांच की जाएगी।
मेनका गांधी ने की गिरफ्तारी की मांग
वहीं, भाजपा सांसद और पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) की संस्थापक मेनका गांधी ने एल्विश यादव की गिरफ्तारी की मांग की थी। उन्होंने कहा कि एल्विश को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। यह ग्रेड-1 अपराध है- यानी सात साल की जेल। पीएफए ने जाल बिछाया और इन लोगों को पकड़ लिया। वे अपने वीडियो में सांपों की लुप्तप्राय प्रजातियों का उपयोग करते हैं। बाद में हमें पता चला कि वह नोएडा और गुरुग्राम में सांपों का जहर बेचते हैं।
बता दें एल्विश यादव के खिलाफ नोएडा में एफआईआर दर्ज की गई है। एल्विश पर जहरीले सापों की तस्करी के गंभीर आरोप लगे हैं। इसके अलावा उन पर गैर कानूनी रेव पार्टी आयोजित करने और वहां विदेशी लड़कियों को बुलाने के भी गंभीर आरोप हैं।
9 जहरीले सापों को किया बरामद
सूत्रों ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-51 सैफरन वेंडिंग विला में रेव पार्टी की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की ज्वाइंट टीम ने छापेमारी की। इस दौरान जहरीले सांपों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया गया। पकड़े गए तस्करों में बिग बॉस विनर एल्विश यादव का नाम भी शामिल है। पार्टी में प्रतिबंधित सांपों और विदेशी लड़कियों की एंट्री होती थी। पुलिस ने एल्विश के गैंग में शामिल 6 लोगों को धर दबोचा है। फिलहाल एल्विश यादव अभी मामले में फरार चल रहे हैं।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 9 जहरीले सांप बरामद किए हैं। इतना ही नहीं आरोपियों के पास से 20 से 25 एमएल नशीला जहर भी बरामद किया गया है। पुलिस ने एल्विश यादव समेत 6 नामजद व अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि यह गैंग पार्टियों में सांपों के जहर सप्लाई करने के लिए मोटी रकम वसूलते थे। वन विभाग ने वन जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।