Farmer Protest: सड़क पर उतरे अखिलेश तो बेचैन हुई सरकार ने कराया गिरफ्तार, सपाइयों पर पुलिस ने बरसाईं लाठियां

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। देशभर के किसानों तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। वहीं, किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आव्वाहन किया है। किसानों के भारत बंद को कई राजनीतिक दलों और संगठनों का समर्थन भी मिल रहा है। इस बीच समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव ने कन्नौज से किसानों के समर्थन में पदयात्रा निकालने का ऐलान किया तो योगी सरकार ने उनके घर को छावनी में तब्दील कर दिया। इसके बावजूद अखिलेश यादव बैरिकेटिंग तोड़ सड़क पर आ गए और धरने पर बैठ गए। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार (Akhilesh Yadav Arrest) कर लिया है।


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समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव आज किसान किसान यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कन्नौज जाने से रोका जा रहा है। कन्नौज जाने से पहले ही अखिलेश यादव को लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि तमाम विरोध के बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया ने पैदल ही कन्नौज के लिए रवाना होने की ठानी थी और बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए।


अखिलेश ने कहा था कि मैं कन्नौज जा रहा हूं, गाड़ी रोक दी गई है, लेकिन जहां तक हो सकेगा मैं पैदल ही चल दूंगा। इस दौरान उन्होंने नए कृषि कानूनों को किसानों को बर्बाद करने वाला कानून बताया है। अब उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। गिरफ्तारी से पहले अखिलेश यादव ने इस मामले पर तंज कसते हुए शायरी ट्वीट की थी कि जहां तक जाती नज़र वहां तक लोग तेरे ख़िलाफ़ हैं, ऐ ज़ुल्मी हाकिम तू किस-किस को नज़रबंद करेगा!


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वहीं, दूसरी तरफ कन्नौज में सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस जबरन पकड़कर बसों में भरती नजर आई। इस दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। प्रदेश के अलग अलग जिलों से सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा रहा है। सपा एमएलसी आशु मलिक और राजपाल कश्यप को विक्रमादित्य मार्ग से हिरासत में ले लिया गया है। कई सपा नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है।


अखिलेश यादव ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र


इस बीच लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर अखिलेश यादव ने कहा है कि मैं लोकसभा का सदस्य और समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पद पर अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वहन कर चुका हूं। किसानों के समर्थन में मेरा पूर्व घोषित कार्यक्रम (7 दिसंबर) कन्नौज जनपद में लगा है, वहां सभी तैयारियां हो चुकी हैं।


उन्होंने कहा कि यूपी सरकार के निर्देश पर मुझे कार्यक्रम में जाने से रोका गया है। विक्रमादित्य मार्ग लखनऊ स्थित मेरे आवास पर भारी पुलिस बल लगा है। मेरे वाहनों को भी पुलिस ने अपने कब्जे मे ले लिया है। राज्य सरकार का यह अलोकतांत्रिक व्यवहार मेरे नागरिक अधिकारों का हनन है। यह मामला सांसद होने के नाते विशेषाधिकार के हनन का भी है। कृपया तत्काल हस्तक्षेप करें ताकि अपनी लोकतांत्रिक गतिविधियों को संपन्न करने का मेरा अधिकार बहाल हो सके।


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