राजधानी लखनऊ में रहने वाले दुर्गेश त्रिपाठी कानपुर में नौकरी करते थे। कानपुर में नौकरी के दौरान उनके संस्थान की ओर से पीएफ के लिए यूनिवर्सल एकाउंट नंबर जारी किया गया। लेकिन जब दुर्गेश लखनऊ नौकरी करने आए तो वहां भी संस्थान ने उन्हें दूसरा यूनिवर्सल एकाउंट नंबर जारी कर दिया। ऐसे में दुर्गेश त्रिपाठी काफी परेशान हो गए कि पहले नौकरी की पीएफ और सर्विस नए यूएएन से कैसे जुड़ेगी। दुर्गेश जैसे बहुत से लोग हैं जिन्हें भी इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन अब पीएफ विभाग इनकी समस्या दूर कर दी है।
ऑफलाइन करना होगा आवेदन
दुर्गेश त्रिपाठी का यह मामला तो उदाहरण भर है। लेकिन ऐसे बहुत से लोग हैं, जिनके किसी कारणवश दो यूनिवर्सल एकाउंट नंबर (यूएएन) जारी हो गए हैं। ऐसे में लोग न तो अपना पुराना पीएफ निकाल पा रहे हैं और न ही पुराने पीएफ को नए में समायोजित करा पा रहे हैं।
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इन समस्याओं को देखते हुए ही पीएफ विभाग ने राहत दी है। प्रोविडेंट फंड विभाग ने नौकरीपेशा लोगों को बड़ी राहत दी है। अब ये लोग पीएफ कार्यालय में आवेदन कर पीएफ या सर्विस ट्रांसफर करवा सकते हैं। ये आवेदन ऑफलाइन ही होंगे। इंप्लाइज प्रॉविडेंट फंड स्टाफ फेडरेशन के राष्ट्रीय सलाहकार राजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि एक आधार कार्ड पर केवल एक ही यूएएन जारी होता है।
राजेश कुमार शुक्ला के मुताबिक, तकनीक कारणों जैसे नाम की स्पेलिंग गलत होेने, पैन कार्ड में नाम अलग होने जैसी त्रुटियां होने की वजह से दूसरे संस्थान से नया यूएएन जारी हो जाता है। राजेश बताते हैं कि विभाग की हाल में शुरू हुई इस सुविधा से पुराने पीएफ या सर्विस को वर्तमान में चल रहे यूएएन में ट्रांसफर करवाया जा सकता है।
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