फर्रुखाबाद में एसीएमओ के कायमगंज में किए गए आकस्मिक निरीक्षण के साथ छापामारी से दिनभर झोलाछाप चिकित्सकों में हड़कंप मचा रहा। अधिकांश चिकित्सक एवं लैब संचालक अपनी-अपनी दुकान बंद कर मौके से फरार हो गए। इस दौरान एसीएमओ ने दो अस्पतालों पर नियम के विपरीत व्यवस्था देख कार्रवाई भी की। वहीं दो अस्पतालों को चेतावनी देते हुए कार्रवाई की बात कही है। इसके बाद उनका काफिला सीएचसी अस्पताल पहुंचा। जहां साफ सफाई के अलावा अन्य जरूरी व्यवस्था एवं उपचार संबंधी जानकारी प्राप्त की गई।
कई जगह हुई चेकिंग
बताते चलें कि एसीएमओ डॉक्टर राजीव रंजन आज कायमगंज पहुंचे थे। जहां उन्होंने सबसे पहले फरीदी नर्सिंग होम में पहुंचकर अल्ट्रासाउंड चेक किया। इस अस्पताल में साफ सफाई की व्यवस्था बहुत ही निम्न स्तर की दिखाई दे रही थी। सफाई व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश देते हुए। स्वास्थ्य अधिकारियों का काफिला श्यामा गेट पहुंचा। यहां पहुंच कर अधिकारियों ने सूर्या नर्सिंग होम का, अल्ट्रासाउंड कक्ष देख कर नाराजगी व्यक्त की।
एसीएमओ ने कहा कि कक्ष छोटा है इसे बड़ा कराया जाए। इसके बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों की जानकारी हासिल करते हुए साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश देते हुए। वहां मौजूद सूर्या नर्सिंग होम के मालिक/ चिकित्सक से कहा कि पत्रकारों को 50% डिस्काउंट की व्यवस्था आप अपने यहां लागू करें।
अगर कोई पत्रकार अपना इलाज कराने आपके पास आता है तो आप उनका इलाज निःशुल्क करें। अगर वह अपने किसी परिजन को इलाज के लिए लेकर आता हैं। तो उनका इलाज 50% डिस्काउंट पर करें। वहां उन्होंने साफ सफाई व्यवस्था को देखते हुए नाराजगी जाहिर करते हुए कमियों को जल्द से जल्द दुरुस्त करने की चेतावनी दी। इसके बाद उनका काफिला महिंद्रा आई हॉस्पिटल जटवारा रोड पहुंचा। जहां एसीएमओ ने महेंद्र गुप्ता आई हॉस्पिटल संचालक से अस्पताल संचालन का प्रमाण पत्र मांगा। जिस पर वह प्रमाण पत्र नहीं दिखा सके। इसके बाद उन्होंने ओटी में तथा मरीज भर्ती कक्ष में ताले डलवा दिए।
उन्होंने उनकी गाड़ी पर लिखे सीबीआई के लोगो के बारे में जानकारी की। इस पर महेंद्र गुप्ता ने बताया की उसके आगे एनसीपी लिखा हुआ है। जो हमारी संस्था है। हम संस्था के द्वारा लोगों की समाज सेवा करते हैं। बहां एसीएमओ ने चेतावनी देते हुए ओटी एवं मरीज भर्ती कक्ष सील कर दिया।
इसके बाद उनका काफिला लखनपुर गांव के पास स्थित रामनगर पहुंचा। जहां बड़े पैमाने पर अल्ट्रासाउंड फाइनल मशीन द्वारा लोगों की जांच की जाती थी। तथा वहां भर्ती मरीज भी मिले। इसके बाद एसीएमओ की टीम द्वारा मरीज भर्ती कक्ष एवं जहां पर जांच एवं चिकित्सक बैठते थे। वह कमरा सील कर दिया। यहां चिकित्सा अधिकारियों को झोलाछाप डॉक्टर जितेंद्र यादव नहीं मिले। इसके बाद टीम ने नोटिस थमां दिया तथा कहा की कल सुबह सीएमओ ऑफिस आकर अपने प्रमाण पत्र दिखाएं। अस्पताल सील करने के बाद टीम प्रेम नगर स्थित सीपी स्कूल के सामने बी सी के मेमोरियल पॉली क्लीनिक पर पहुंचे।
जहां एसीएमओ को आता देख मौजूद कर्मचारी ने अपना अस्पताल बंद कर लिया। इसके बाद अस्पताल खुलवाते हुए जब टीम अंदर पहुंची तो पता चला की अंदर काफी मरीज भर्ती हैं। इसके बाद टीम ने चिकित्सकों के बारे में जानकारी हासिल की लेकिन वहां कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं मिला। मरीज बेड पर लेते हुए थे। उन्हें कंबल तक नहीं दिया गया था। एक कंप्यूटर के सहारे अस्पताल में भर्ती मरीजों का विवरण सहित अन्य व्यवस्था संबंधी मामला निर्भर था। जिसे देखकर उनका पारा चढ़ गया।
कंपाउंडर को लगी फटकार
कंपाउंडर को फटकार लगाते हुए कंबल देने की बात कही। इसके बाद चिकित्सक को बुलाने की बात कही, लेकिन चिकित्सक वहां नहीं पहुंचे । इस अस्पताल को भी सील करने की बात कही है। 12 घंटे का टाइम दिया गया है । मरीजों को डिस्चार्ज करने की हिदायत देते हुए कल अपना जवाब आकर सीएमओ कार्यालय में प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया गया।
कहा गया कि अपने अभिलेख दिखाएं तभी अस्पताल खोलें अन्यथा कार्यवाही की जाएगी। टीम ने यहां भी नोटिस दिया है। इसके बाद टीम कायमगंज समुदाय स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। जहां इमरजेंसी में मरीजों का हाल-चाल लिया तथा साफ सफाई व्यवस्था देखी इसके बाद चिकित्सा अधीक्षक को एसीएमओ द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
Input – Abhishek Gupta
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