पुलिसकर्मियों पर लगा वसूली करने का इल्जाम तो सोशल मीडिया पर भड़क गया सिपाही

कुछ समय पहले प्रयागराज (prayagraj) जिले में एक पुलिसकर्मी की सड़क हादसे में मौत हो गयी थी, जिसको लगभग सभी समाचार पत्रों और पोर्टल्स ने कवर किया था. इस घटना में एक समाचार पत्र के ऐसी हेडिंग लगाकर खबर चलाई जिसकी वजह से पुलिसकर्मियों के अन्दर ख़ासा गुस्सा देखा जा रहा है.


अखबार में प्रकाशित हुई थी खबर

जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज में वाहन की चपेट में आकर एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी. एक बड़े समाचार पत्र ने इस खबर को एक अलग ही रूप दे दिया। जिसकी सोशल मीडिया में खूब आलोचना हो रही है। अखबार ने दो जुलाई के अंक में ये खबर लिखी और इसकी हैडलाइन लगे कि ‘रात में ट्रकों से वसूली में शहीद हो रहे पुलिसकर्मी’.


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सिपाही ने सोशल मीडिया पर डाला पोस्ट

यह खबर सामने आते ही सोशल मीडिया पर इसका विरोध शुरू हो गया. लिहाजा प्रयागराज (prayagraj) में ही पोस्टेड एक सिपाही सुमित कुमार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसके खिलाफ एक पोस्ट लिखते हुआ कहा, ‘पत्रकारिता का स्तर कितना गिर चुका है, इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं. कुछ तो शर्म किया होता इस पत्रकार ने क्या सोच रहे होंगे उन शहीद पुलिस वाले के घर वाले जो रात को 2 बजे रोड़ सिर्फ इस लिए खड़े थे कि आप सुरक्षित रहे. आज मन में विचार तो बहुत आ रहे है लेकिन अपने संस्कार नहीं भूलना चाहता हूँ, और हाँ जो ये सब लिखा है ना तुम्हें सिर्फ इस बात का बुरा लगा होगा कि थाने की जूठी चाय न पीने को मिली होगी. आप जैसे पत्रकारों की इज्जत अच्छे से पता है,जो चन्द पैसों की दलाली के थानों के द्वार ताके बैठे रहते है.


पुलिस सिर्फ इस लिए नहीं बोल पाती की उनके उच्चाधिकारी ही सहयोग नहीं दे पाते. बहुत बड़ा जिगरा रखते हो तो परिवार में जो भी भाई,या बच्चे हो उन्हें पुलिस में भिजवा के देख लो समझ में आ जायेगा. कुछ नहीं तो कम से कम उन परिवारों के बारे में सोच लेते जो इनकी मौतों से पहले ही मर चुके है. बहुत लिखने का शौक है और पत्रकारिता करने का शौक है तो पुलिस की असुविधाओं के बारे में लिख कर दिखा दो. किसी की मौत का ऐसे मजाक नहीं बनाना चाहिए. और हाँ एक बात और ये जज बनने का और फैसला सुनाने का हक दिया किसने है आपको. इतनी जल्दी फैसला तो मा. न्यायालय से भी नहीं आता. जितनी जल्दी आप पत्रकार लोग सुना देते है. बहुत सारे पत्रकार देखे है मैंने जो आज करोड़ो रूपये महीने का वेतन ले रहे है, लेकिन उनके अंदर गुण है और साहस है सच दिखाने का वो आपकी तरह किसी की मौत का मजाक नहीं बनाते. मैं अपने शहीद भाइयों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ की आपकी आत्मा को शांति दे.


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