रिपोर्ट: सपा ने सबसे ज्यादा टिकट दागियों को बांटे, दूसरे नंबर पर बसपा

तीन विधानसभा और लोकसभा चुनावों की इलेक्शन वॉच और एडीआर ने रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, साफ-सुथरे और बेदाग उम्मीदवारों की वकालत करने वाली सभी पार्टियां चुनाव के समय दागी लोगों को हाथों-हाथ लेती हैं। पिछले तीन लोकसभा और तीन विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने सबसे ज्यादा अपराधिक मामलों में फंसे उम्मीदवारों को टिकट बांटे।


बसपा दूसरे और बीजेपी तीसरे नंबर पर

रिपोर्ट के मुताबिक, 2004, 2009, 2014 के संसदीय चुनाव और 2007, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के 40 फीसदी प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज थे। वहीं, इस मामले में बहुजन समाज पार्टी दूसरे नंबर पर बीजेपी तीसरे, कांग्रेस चौथे और रालोद पार्टी पांचवें नंबर पर रही।


Also Read: मुलायम होते देश के प्रधानमंत्री, वो तो रामगोपाल ने पूरा प्लान फेल कर दिया: शिवपाल


उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश में पिछले 15 साल के संसदीय और विधानसभा दोनों चुनावों का विश्लेषण किया गया है। इसमें 2004 से संसदीय और विधान सभा चुनाव लड़ने वाले 1971 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया है। इसमें 1443 सांसद-विधायक हैं।


Also Read: सपा नेता ने एयर स्ट्राइक के मांगे सबूत, सेना ने कितने आतंकी मारे लाश दिखाए सरकार


रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच के संजय सिंह और एडीआर के प्रो. त्रिलोचन शास्त्री ने बताया कि विधानसभा चुनाव में 16668 उम्मीदवारों और 1209 निर्वाचित विधायकों का विश्लेषण किया गया। कुल उम्मीदवारों में 2893 ने (17 फीसदी) ने आपराधिक मामले और 1637 (10 फीसदी) ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए।


Also Read: मिर्जापुर: भारत ने पीओके में आतंकियों पर की कार्यवाई तो गुस्से में पीएम मोदी को गाली लिखने लगा मस्जिद का इमाम, गिरफ्तार


वहीं, 2007 से विश्लेषण किए गए 1208 में से 463 विधायकों (38 फीसदी) ने अपने ऊपर आपराधिक और 270 विधायकों (22 फीसदी) ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए।


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमेंफेसबुकपर ज्वॉइन करें, आप हमेंट्विटरपर भी फॉलो कर सकते हैं. )