उत्तर प्रदेश में भू आवंटन और पट्टों में अनियमितताओं को लेकर बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। पीसीएस अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह (PCS Ganesh Prasad Singh) को बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि बरेली-सितारगंज हाईवे भूमि अधिग्रहण घोटाले में पीसीएस अफसर आशीष कुमार और मदन सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है।
कुशीनगर से लेकर जौनपुर तक विवादों में पीसीएस गणेश प्रसाद
2011 बैच के पीसीएस अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह पर कुशीनगर (2014-2018) में ग्राम समाज की जमीन के पट्टों में नियम तोड़ने और भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे।
Also Read: UP में जापानी निवेश की बयार, युवाओं के लिए खुलेंगे रोजगार के दरवाजे, 250 CEO करने आ रहे बड़ा ऐलान!
जौनपुर में मुख्य राजस्व अधिकारी रहते हुए भी उन पर वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप लगे, जिसके चलते अक्टूबर 2023 में उन्हें निलंबित किया गया। जांच में आरोप सही पाए जाने पर अब उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है।
200 करोड़ का भूमि अधिग्रहण घोटाला!
बरेली-पीलीभीत-सितारगंज हाईवे के लिए भूमि अधिग्रहण में 200 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। जांच के बाद भू अध्याप्ति अधिकारी मदन कुमार और आशीष कुमार को सस्पेंड किया गया है। इस मामले में कई विभागों के अधिकारी भी जांच के घेरे में हैं। यूपी सरकार ने साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।