योगी की चेतावनी का डर, दौरे के चंद घंटों बाद ‘कैराना का खौफ’ कहे जाने वाले फुरकान ने तुड़वाई जमानत, किया सरेंडर

गोरखपुर से 5 बार सांसद रहे योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) जबसे यूपी के मुख्यमंत्री बने हैं तबसे आतंक का पर्याय माने जाने वाले दहशतगर्द खुद दहशत में जी रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण शामली (Shamli) में देखने को मिला जब सीएम योगी के दौरे के अगले दिन ही ‘कैराना का खौफ’ कहे जाने वाले फुरकान (Furqan) ने जमानत तुड़वाकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया, और जेल चला गया.

सोमवार को सीएम योगी ने कैराना में अपराधियों द्वारा मारे गए व्यापारियों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें इंसाफ का भरोसा दिया था. दरअसल, अगस्त 2014 में कैराना में सरेबाजार व्यापारी विनोद सिंघल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप कैराना के रहने वाले फुरकान पर लगा था. फुरकान पर लूट, हत्या, रंगदारी के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज बताए गए हैं. व्यापारी विनोद की हत्या के बाद फरारी काट रहे फुरकान को कुछ समय पहले पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन इसके बाद वह जमानत पर छूटकर जेल से बाहर आ गया था.

बताया जा रहा है कि फुरकान ने फिर से व्यापारियों से रंगदारी मांगकर दहशत फैला दी थी तो डीजीपी ने फुरकान पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. ईनाम की घोषणा के बाद 8 अप्रैल 2017 को पुलिस ने शामली जिले के कांधला थाना क्षेत्र के आल्दी गांव से मुठभेड़ में घायल फुरकान को गिरफ्तार किया था. कुछ दिन बाद फुरकान फिर जमानत पर बाहर आ गया. फरवरी 2019 में पुलिस ने उसे फिर से नशीले पदार्थ के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जमानत पर आने के बाद वह कैराना में परचून की दुकान कर रहा था. सोमवार को कैराना पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तेवरों को भांपकर मंगलवार को उसने वर्ष 2008 के गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में जमानत तुड़वा ली और कोर्ट में आत्मसमर्पण कर जेल चला गया.

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