इन 4 संकल्पों की मदद से बनाए खुद को मेंटली स्ट्रांग, आज से ही करें दिनचर्या में शामिल

लाइफस्टाइल: पिछले साल कोरोना काल की वजह से जिंदगी में काफी कुछ बदलाव हुए हैं. जीवन शैली में इस बदलाव के चलते कई लोगों को मानसिक रूप से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. शारीरिक बीमारियों का ईलाज तो किया जा सकता है लेकिन इस मानसिक बीमारी के लिए आपको मेंटली स्ट्रांग होने की जरूरत है. आमतौर पर लोग इस तरह की बीमारी से उबरने में काफी समय लगा देते हैं, कुछ लोग इससे जल्दी भी उबर जाते हैं, लेकिन ऐसा तब होता है जब इस समस्या को सही समय पर पहचान लिया जाए. ऐसे में कुछ अहम बातों पर ध्‍यान देकर और अपनी लाइफस्‍टाइल में कुछ बदलाव करके आप मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर कर सकते हैं.


नींद करें पूरी-
आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में दबाव कुछ ज्यादा हो गया है, जिसकी वजह से नींद पूरी नहीं हो पाती है यही वजह है कि, इस समय संकल्प ले कि नींद पूरी तरह से ली जाए. क्‍योंकि एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक फिटनेस प्राप्‍त कर सकता है. इसलिए कम से कम आठ घंटे की भरपूर नींद जरूर लेनी चाहिए. यह अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. वहीं सोने से पहले कंप्यूटर, मोबाइल, टीवी आदि देखने की आदत से बचना चाहिए. साथ ही सोने से पहले कैफीन, अल्कोहल के सेवन से बचना जरूरी है. क्‍योंकि इनसे मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है.


लोगों से जुड़ें-
कोरोना काल में लोग सोशल डिस्‍टेंसिंग की वजह से भी काफी दूर रहने लगे हैं, वहीँ कई त्योहारों और किसी फंक्शन के दौरान भी कई लोगों में यही देखने को मिला की वो घरों से बाहर भी नहीं निकले. ऐसे में लोगों को मानसिक रूप से काफी उदास होना पड़ रहा है. इसी क्रम में लोगों को वर्क फ्रॉम होम को ही जीवनशैली का हिस्सा बना लिया है. लोगों से दूरी की वजह से भी काफी लोगों का मानसिक स्वास्थ्य भी काफी कमजोर होता दिखाई दे रहा है. लोग जब तक ऑफिस आते जाते हैं तब तक उनकी जीवनशैली में लोगों से मिलना जुलना लगा रहता है और वो मानसिक रूप से खुश रहते हैं. ऑफिस में जाने के लिए लोग अपनी साफ़-सफाई दिनचर्या, टाइम मैनेजमेंट और हैबिट का भी ख्याल रखते हैं लेकिन वर्क फ्रॉम होम की वजह से काफी लोगों में यह चीजें ख़त्म होती नजर आ रही है. इसके अलावा वीडियो कॉलिंग आदि पर ऑनलाइन रह कर आप लोगों से जुड़े रह सकते हैं. वहीं अपनी पसंद की किताबें आदि पढ़ कर भी मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर बनाए रखा जा सकता है.


डाइट का रखें खास ख्याल-
शारीरिक और मानसिक रूप से लोगों में काफी दिक्कतें आती हैं जिसकी वजह से कई बार उन्हें खाना पीना अच्छा नहीं लगता है जो कि बहुत बड़ी समस्या का कारण बन सकता है. ऐसे में अपनी सेहत का ख्याल रखने के साथ-साथ खान-पान का भी ख्याल रखना बेहद जरूरी है. खान-पान के साथ डाइट पर भी खास ध्यान देना जरूरी होता है. व्यायाम करने से एंडोर्फिन नामक रसायनों का उदय होता है, जो हमें खुशी का एहसास कराते हैं. वहीं पोषक तत्वों वाले आहार से शरीर को फिट, ऊर्जावान और रोगमुक्त बनाए रखने में मदद मिलती है.


खुद से प्यार करें-
आज कल लोग खुद से प्यार करना भूल सा गए हैं. मानसिक स्वास्थ्य के लिए यह बहुत जरूरी है कि खुद का ख्याल रखा जाए, अक्‍सर लोग अपने मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज करते हैं, इसकी वजह यह है कि वे अपनी जिम्‍मेदारियों को पूरा करने में व्यस्त रहते हैं. हालांकि जिस तरह हम अपने गैजेट्स का ध्यान रखते हैं ताकि वे अच्‍छी तरह काम कर सकें, इसी तरह हमें अपनी सेहत को बनाए रखने और खुशहाल बने रहने के लिए भी अपनी केयर करनी चाहिए. खुद को खुश रखने का बेहतर तरीका है कि आप अपनी पसंद की चीजों में थोड़ा समय गुजारें. जिन लोगों को खाना बनाना पसंद है वे कुकिंग कर सकते हैं. वहीं जिन लोगों को बच्चों या अपने पालतू जानवरों के साथ खेलना पसंद है, वे इनके साथ समय गुजार सकते हैं. इसके अलावा बागवानी और यात्रा करने के शौकीन इसमें समय व्‍यतीत करके खुश रह सकते हैं.


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