ग़ाज़ियाबाद (Ghaziabad) के लोनी बॉर्डर (Loni Border) पर मुस्लिम मौलाना अब्दुल समद (Abdul Samad) के साथ हुई मारपीट और दाढ़ी काटने के मामले को धार्मिक रंग देने के आरोप में मामला दर्ज किया है. पुलिस ने 8 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है, जिसमें ट्विटर के अधिकारी भी शामिल हैं. लोनी बॉर्डर थाने में सब इंस्पेक्टर ने FIR कराई है. आईपीसी की धारा 153, 153A, 295A, 505, 120B एवं 34 में केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने इन सभी पर ट्विटर के जरिए धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया है.
गाजियाबाद पुलिस ने बताया कि ट्विटर समेत 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. आरोपियों में कुछ कथित पत्रकार भी शामिल हैं. इन सभी पर बुजुर्ग की पिटाई से संबंधित वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल कराने का आरोप है. ट्विटर पर आरोप है कि पुलिस द्वारा स्पष्टीकरण दिए जाने के बावजूद भी इस वीडियो को नहीं हटाया गया. इन सभी पर धारा 153 यानी दंगा भड़काने, धारा-153A, दो संप्रदायों के बीच वैमनस्य फ़ैलाने, 295a- धार्मिक भावनाएं भड़काने और 120b यानी आपराधिक साजिश से जुड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
इनके खिलाफ दर्ज हुई FIR
पुलिस ने जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, उनके नाम हैं Alt News से मोहम्मद जुबैर, राणा अयूब, The Wire, सलमान निजामी, मसकूर उस्मानी, समा मोहम्मद, सबा नक्की, Twitter INC और twitter communication india PVT. एफआईआर में साफ तौर पर आरोप लगाया गया है कि उपरोक्त लोगों ने बिना मामले की सच्चाई जाने पीड़ित अब्दुल समद की पिटाई और उनके साथ हो रहे अभद्र व्यवहार की वीडियो के जरिये मामले को सांप्रदायिक रंग दे दिया. साथ ही, ये भी आरोप लगाया गया है कि इनके ट्वीटर हैंडल्स से जो प्रसारित किया गया वो किसी व्यक्ति विशेष की राय मात्र नहीं थी बल्कि वो किसी स्पष्ट मंशा के तहत प्रसारित किए गए जोकि एक बड़े आपराधिक षड्यंत्र की तरफ इशारा कर रहे हैं.
जानें क्या था मामला ?
गाजियाबाद में मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में पुलिस का कहना था कि बुजुर्ग द्वारा दी गई सारी जानकारी गलत थी. बुजुर्ग ने अज्ञात के खिलाफ FIR करवाई थी, लेकिन वह उनको जानता था और वहां जबरदस्ती नारे लगाने जैसा कोई मामला नहीं हुआ. पुलिस की जांच में सामने आया है कि पीड़ित अब्दुल समद 5 जून को बुलंदशहर से बेहटा (लोनी बॉर्डर) आया था, जहां से एक अन्य व्यक्ति के साथ मुख्य आरोपी परवेश गुज्जर के घर बंथला (लोनी) गया था. परवेश के घर पर कुछ समय में अन्य लड़के कल्लू, पोली, आरिफ, आदिल व मुशाहिद आदि आ गए और परवेश के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट शुरू कर दी. उनके अनुसार अब्दुल समद ताबीज बनाने का काम करता है. उसके दिए ताबीज से उनके परिवार पर उल्टा असर हुआ. इस वजह से उन्होंने यह कृत्य किया है.
अब्दुल समद और प्रवेश, आदिल, कल्लू आदि लड़के एक-दूसरे से पूर्व से ही परिचित थे, क्योंकि अब्दुल समद द्वारा गांव में कई लोगों को ताबीज दिए गए थे. प्रकरण में पंजीकृत अभियोग में समुचित धराओं की वृद्धि करते हुए पूर्व में ही मुख्य अभियुक्त परवेश गुज्जर की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इस मामले में 14 जून को अन्य दो अभियुक्तों कल्लू और आदिल की गिरफ्तारी की गयी है. अन्य अभियुक्तों की भी शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी.
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