राम नगरी अयोध्या (Diwali in Ayodhya 2021) में इस बार भी दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav 2021 Pictures) को लेकर तैयारियां जोरशोर से जारी हैं. यहां एक बार फिर धूम-धाम से दीपावली मनाने की तैयारी चल रही, जिसमें 12 लाख दीपों को एक साथ प्रज्जवलित कर नया कीर्तिमान बनाने की योजना है. यह कार्यक्रम 3 नवंबर को शाम 6 बजे से 6:30 बजे तक होगा, जिसमें न केवल दीयों की जगमगाहट होगी, बल्कि लेजर लाइट सहित कई अन्य इंतजाम भी किए गए हैं. कुल मिलाकर यहां त्रेता युग वाली दीपावली मनाने की तैयारी है, जो भगवान राम के 14 साल वनवास काटकर अयोध्या लौटने के बाद मनाई गई थी.
श्रीराम के स्वागत के लिए अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. दीपोत्सव के साथ-साथ भव्य लेजर शो का इंतजाम किया गया है. दीपोत्सव के दौरान राम की पैड़ी में जहां 9 लाख दीये जलाने की तैयारी है, वहीं 3 लाख दीये शहर में अलग-अलग स्थानों पर जलाए जाएंगे। यह अयोध्या में पांचवां दीपोत्सव होगा. इस दौरान भगवान राम के जीवन प्रसंगों को दर्शाती 11 झांकियां आकर्षण का मुख्य केंद्र होंगी. दीपोत्सव को देखने देशभर से पर्यटक अयोध्या पहुंचते हैं.
अयोध्या में बाजार रोशनी से जगमगा गए हैं. राम नगरी अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. दीपोत्सव की तैयारी आखिरी चरण में राम की पैड़ी के आसपास पूरे इलाके को साफ कर दिया गया है पुताई कर दी गई है इलाका अलग-अलग तरह की रंग बिरंगी लाइट की रोशनी से रंगा है जमीन पर हनुमान जी,राम दरबार और दूसरे अलग अलग आकर की मार्किंग कर ली गई है जिन पर दियो को सजाया जाएगा.
राम की पैड़ी पर सैकड़ों की तादाद में विद्यार्थी आज से यहां पर दीपक को सजाने की प्रक्रिया शुरू करेंगे नौ लाख से ज्यादा दिए यहां पर सजाए जाएंगे. इससे पहले आज शंखनाद करके दीपोत्सव की तैयारी की सांकेतिक शुरुआत इन वॉलिंटियर्स ने अपनी तरफ से कर दी है. जोरदार शंखनाद और जय श्री राम की ध्वनि के बीच पूरा माहौल राममय उत्साहमय दिखाई दे रहा है.
दिवाली के मौके पर जगह-जगह रंगोली बनाई जा रही है. दिपोत्सव को लेकर संत समाज में भी उत्साह है. संत समाज दीपावली के माध्यम से त्रेता की अयोध्या का दर्शन करते हैं. कहते हैं कि जब भगवान राम लंका पर विजय प्राप्त करके अयोध्या लौटे तो अयोध्या वासियों ने दीपावली मनाई थी और दीपावली की मुख्य परंपरा से यहीं से शुरू हुई. उत्तर प्रदेश में राम नगरी अयोध्या में तीन नवंबर को दीपोत्सव मनाया जाएगा. इस खास मौके के लिए अयोध्या के राम घाट को रंग बिरंगी लाइट से सजाया गया है.
3 नवंबर को मुख्य कार्यक्रम
अयोध्या में राममंदिर निर्माण के बीच दीपोत्सव का महत्व बढ़ गया और सोमवार से पांच दिवसीय दिवाली का पर्व शुरू हो गया है. राज्य में बीजेपी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में दीपोत्सव की नींव रखी थी और उसके बाद लगातार राज्य में दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. 2019 में राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद दीपोत्सव पर्व का उत्साह कई गुना बढ़ गया. राममंदिर का काम बड़े तेजी से चल रहा है और नींव का काम भी पूरा होने वाला है. ऐसे में अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम का महत्व बढ़ गया है और दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए पूरी अयोध्या आनंदित और उल्लास में है. पांच दिन तक चलने वाले इस महोत्सव का मुख्य आयोजन तीन नवंबर को होगा. मुख्य कार्यक्रम के दिन राज्यपाल, सीएम योगी सहित कई मंत्री और विदेशी मेहमान शिरकत करेंगे.
दीपोत्सव का पूरा प्लान
3 नवंबर को दीपोत्सव का मुख्य कार्यक्रम
दोपहर 2:30 से शुरू होगा दीपोत्सव कार्यक्रम
दोपहर 2 बजे यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी अयोध्या पहुंचेंगे.
दोपहर 2:30 बजे भगवान श्रीराम सीता का हेलीकॉप्टर से आगमन होगा और भरत मिलाप होगा.
दोपहर 3 बजे रामायण चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन.
दोपहर 3:30 बजे श्रीराम का राज्याभिषेक.
दोपहर 3:45 बजे अयोध्या के विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास.
शाम 4 बजे यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी का भाषण.
शाम 5:20 बजे सरयू आरती का आयोजन.
शाम 6 बजे राम की पैड़ी पर दीपोत्सव की शुरूआत.
शाम 6:15 बजे राम की पैड़ी पर 9 लाख दीये जलाए जाएंगे, अयोध्या शहर में 3 लाख दीये जलाए जाएंगे. अयोध्या में कुल 12 लाख दीये जलेंगे.
शाम 7 बजे योगी आदित्यनाथ का भाषण.
शाम 7:40 बजे राम की पैड़ी पर आतिशबाजी और लेजर शो का आयोजन.
रात 8:30 बजे श्रीलंका के सांस्कृतिक दल द्वारा रामलीला का मंचन
रात 9:30 बजे कार्यक्रम का समापन.
12 लाख दीयों से जगमगाएगी श्रीराम की नगरी
इस दिवाली अयोध्या में 12 लाख दीये जलाए जाएंगे. इनमें से 9 लाख दीये राम की पैड़ी पर, बाकी तीन लाख दीये रामनगरी के अन्य स्थानों, मठों और मंदिरों में जलाए जाएंगे. ये एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड होगा. हाइवे और साकेत कॉलेज से राम की पैड़ी तक कुल 20 प्रवेश द्वार रामायण युग को जीवंत करते नजर आ रहे हैं. यहां पर रामायण पर आधारित 20 तोरण द्वार बनाए गए हैं, जिसमें इल्केट्रिक कलश, दीप, झालर लाइटिंग के माध्यम से पूरे शहर को रोशन करने की तैयारी की गई है. सरयू पुल पर भव्य लाइटिंग का काम किया गया है तो गोंडा सीमा तक सरयू पुल को फूलों से सजाया गया है.
लेजर शो लगाएगा चार चांद
राम की पैड़ी पर प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो की तैयारी चल रही है और इस बार प्रोजेक्शन मैपिंग के जरिए राम की गाथा को जीवंत करने की तैयारी अयोध्या में की गई है. यही नहीं राम की पैड़ी का हेरिटेज लुक भी इस बार का आकर्षण है. जबकि राम कथा पार्क को राम दरबार की थीम पर सजाया गया है. यहां पर रामायण सम्मेलन की प्रदर्शनी भी लगाई गई है.
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