कर्नाटक (Karnataka) में हिजाब (Hijab Controversy) को लेकर मुस्लिम लड़कियों के प्रदर्शन के बीच बड़ी घटना सामने आई है। राज्य के दावणगेरे जिले के मालेबेन्नूर कस्बे में बुधवार को हिजाब के खिलाफ व्हाट्सएप पर स्टेटस लगाने को लेकर मुस्लिम दंगाइयों की भीड़ ने एक युवक को स्टोर से बाहर खींचकर पीटा और फिर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया।
पुलिस को भी भीड़ ने नहीं बख्शा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़ित हिंदू युवक का नाम दिलीप मालागिमाने हैं। वह मालेबेन्नूर शहर के गिगाली सर्कल के पास एक स्टोर चलाता है। बुधवार को 300 से अधिक मुस्लिम दंगाइयों की भीड़ उनके दुकान पर पहुंची और फिर उन्हें हिजाब बैन का समर्थन करने को लेकर स्टोर से बाहर खींच लिया। इसके बाद उन्हें बेरहमी से पीटा गया और फिर चाकू से हमला कर दिया।
इस बीच जब पुलिस युवक को बचाने के लिए आई तो उनके साथ भी मारपीट की गई। घटना के बाद पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर कुछ दंगाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शुक्रवार आधी रात तक के लिए मालेबेन्नूर समेत हरिहर तालुका में निषेधाज्ञा जारी की।
नल्लूर में भी हिंदू युवक और मां पर हमला
वहीं, दूसरी तरफ इसी तरह की घटना दावणगेरे जिले के नल्लूर गाँव में भी देखने को मिली है। नल्लूर गांव के रहने वाले 25 वर्षीय नवीन ने हिजाब विवाद को लेकर कथित तौर पर एक सोशल मीडिया पोस्ट शेयर किया था। इसी को लेकर कट्टरपंथियों की भीड़ ने नवीन और उसकी 60 वर्षीय माँ सरोजम्मा पर हमला कर उनके घर में तोड़फोड़ की।
कट्टरपंथियों की हिंसा की यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें स्पष्ट तौर से देखा जा सकता है कि किस तरह से उन्मादी मुस्लिमों की भीड़ हथियारों के साथ नवीन के घर की ओर जा रही है। गंभीर रूप से घायल हालत में माँ-बेटे को शिमोगा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव के हालात तनावपूर्ण हैं। वहीं स्थानीय विधायक और पुलिस अधिकारियों ने गाँव का दौरा कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
थाने पर पथराव, तोड़ी पुलिस की गाड़ियां
कथित तौर पर मुस्लिमों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में व्यक्ति की गिरफ्तारी की माँग को लेकर मुस्लिमों ने विरोध प्रदर्शन भी किया। इस बीच इन शांतिदूतों ने पुलिस की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। इसके बाद से हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामिस्टों की भीड़ ने नगर थाने के सामने प्रदर्शन किया था। बाद में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। हालाँकि, बाद में मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने भीड़ से वापस लौटने की अपील की।
बावजूद इसके मुस्लिम भीड़ ने प्रदर्शन करना बंद नहीं किया। भीड़ ने थाने पर पत्थरबाजी की, जिसमें पुलिस की गाड़ियाँ भी क्षतिग्रस्त हुईं। दंगाइयों की भीड़ पुलिस से आरोपी को उन्हें सौंपने की मांग कर रही थी। इस बीच जिले के डिप्टी एसपी बसवराज ने लोगों से कानून हाथ में नहीं लेने और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही है। हालात को देखते हुए सुरक्षाबलों की टीम को तैनात कर दिया गया है।
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