बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक और तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन पर गहरा दुख जताया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को ट्वीट कर मुलायम सिंह के परिवार और शुभचिंतकों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं।
बसपा चीफ मायावती ने ट्वीट में लिखा कि समाजवादी पार्टी के व्योवृद्ध नेता व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव जी के आज निधन हो जाने की ख़बर अति-दुःखद। उनके परिवार व सभी शुभचिन्तकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कुदरत उन सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
समाजवादी पार्टी के व्योवृद्ध नेता व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव जी के आज निधन हो जाने की ख़बर अति-दुःखद। उनके परिवार व सभी शुभचिन्तकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कुदरत उन सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
— Mayawati (@Mayawati) October 10, 2022
यूपी की सियासत में मुलायम सिंह यादव और मायावती को दशकों तक दो ध्रुवों के तौर पर देखा जाता रहा, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और बसपा का गठबंधन हुआ तो करीब ढाई दशक बाद मुलायम और मायावती ने एक साथ मंच भी साझा किया था।
कभी एक दूसरे के धुर विरोधी रहे दोनों नेताओं के मंच पर यूं साथ आने से विरोधी हैरान थे। तब मैनपुरी में सपा-बसपा और रालोद की संयुक्त रैली में मायावती ने जनता से मुलायम सिंह यादव के लिए वोट मांगे थे। मंच से दोनों ने एक-दूसरे की प्रशंसा भी की। पुरानी कड़वाहट को भूलकर मायावती और मुलायम सिंह जिस तरह जनता से मुखातिब हुए वो यूपी की राजनीति के लिए उत्सुकता भरा मौका था।
गौरतलब है कि मुलायम और कांशीराम के समय से शुरू हुआ सपा-बसपा के साथ का सफर 1995 में लखनऊ के बहुचर्चित गेस्ट हाउस कांड के बाद दुश्मनी में तब्दील हो गया था। इसके बाद दोनों दलों के रास्ते अलग-अलग हो गए थे और लगातार दोनों के बीच कड़वाहट बढ़ती चली जा रही थी। 2019 लोकसभा चुनाव वो पहला मौका था जब करीब 24 बाद मुलायम और मायावती एक मंच पर दिखे थे।
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