नो वेडिंग जोन नौका विहार बना अवैध कमाई का गढ़

मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। गोरखपुर को स्मार्ट सिटी बनाने का काम काफी तेजी से चल रहा है लेकिन कुछ जिम्मेदारों की वजह से यह सपना दूर होता दिख रहा है। विकास प्राधिकरण ने रामगढ़ ताल क्षेत्र के नौका विहार के कई इलाकों को वेंडिंग और नो वेंडिंग जोन घोषित किया है।इसके अलावा नो पार्किग जोन भी बनाए गए हैं। डिपार्टमेंट ने चेतावनी बोर्ड लगाकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर दी लेकिन निचले स्तर पर अपने इसकी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
नो वेंडिंग जोन में अवैध रूप से दुकानें सजी हैं और नो पार्किग जोन के चेतावनी बोर्ड पर हर दिन दुकानें सजाई जा रही हैं। आखिर चेतावनी बोर्ड लगाने से क्या गोरखपुर स्मार्ट बन जाएगी और नियम टूट रहे हैं तो इसका जिम्मेदार कौन है। फोटो के जरिए इस सच को उजागर करने का प्रयास किया जा रहा है।

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आखिर जिम्मेदार कौन है

शहर को स्मार्ट बनाने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस, ट्रैफिक व विकास प्राधिकरण,नगर निगम ने संयुक्त मीटिंग में वेंडिंग जोन, नो वेंडिंग जोन और नो पार्किग जोन का प्रस्ताव रखा गया था। सर्वे के बाद हर इलाके के कुछ प्वाइंट को चिन्हित कर वेंडिंग जोन और नो वेंडिंग जोन के साथ नो पार्किग जोन बनाए गए और वहां चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए। निर्देश भी दिया गया कि इन प्वाइंट पर नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हालांकि अभी यह तय नहीं हो सका है कि कार्रवाई की जिम्मेदारी किसकी है। हर डिपार्टमेंट एक दूसरे के पाले में गेंद डालकर चुप्पी साधे बैठा है।

कहीं दुकान तो कहीं सजे वाहन

गोरखपुर के इलाके में कई प्वाइंट पर नो वेंडिंग जोन और नो पार्किग जोन के चेतावनी बोर्ड लगे हैं लेकिन इन बोर्ड के नीचे कई दुकानें सज गई हैं। नो पार्किग जोन में ठेला,दुकान चल रही और वहां वाहनों की कतार सजी है। इस पूरे इलाके की करीब-करीब यही तस्वीर है।

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