‘ट्रंप ने फोन किया और नरेंदर सरेंडर…’, सीजफायर को लेकर राहुल गांधी बोले- कांग्रेस होती तो ऐसा नहीं करती

कांग्रेस ( Congress) सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ( Rahul Gandhi) ने एक बार फिर केंद्र सरकार और आरएसएस (RSS) पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा, मैंने देश से वादा किया था कि जाति जनगणना को संसद में पारित कराया जाएगा। अब मुझे आरएसएस-बीजेपी की मानसिकता भलीभांति समझ आ गई है। उन पर थोड़ी भी दबाव बनाओ तो वे पीछे हट जाते हैं। उन्होंने बीजेपी पर यह भी आरोप लगाया कि वह हमेशा दबाव में आत्मसमर्पण कर देती है, चाहे वह स्वतंत्रता संग्राम का दौर हो या आज का समय।

राहुल गांधी का आरोप

राहुल गांधी ने सीजफायर को लेकर मोदी सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘जैसे ही ट्रंप (Trump) ने इशारा किया, मोदी जी ने आदेश का पालन कर लिया। यही उनकी नीति है, झुकने और आदेश मानने की।’ कांग्रेस का आरोप है कि अमेरिका के दबाव में आकर सरकार ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर सहमति जताई। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) की चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि ट्रंप का फोन मोदी जी के पास आया और ट्रंप ने कहा नरेंद्रर सरेंडर।

सीजफायर की घोषणा और ट्रंप का दावा

गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान ने 10 मई 2025 को शाम 5 बजे से पूर्ण और तत्काल युद्धविराम लागू करने का ऐलान किया। यह फैसला दोनों देशों के सेना संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद लिया गया।सीजफायर की घोषणा से कुछ ही समय पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा था कि अमेरिका ने इस शांति समझौते में एक अहम भूमिका निभाई है। ट्रंप का दावा है कि उन्होंने दोनों देशों को फोन कर सीजफायर की अपील की थी और इस प्रक्रिया में व्यापारिक मुद्दों को आधार बनाया गया।

भाजपा ने ट्रंप के दावों को खारिज किया

हालांकि, बीजेपी ने ट्रंप के इन बयानों को पूरी तरह निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया है। पार्टी का कहना है कि भारत ने पूरी तरह अपने राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है, और इसमें किसी भी बाहरी ताकत की भूमिका नहीं रही।

चार दिन चला संघर्ष, भारत ने दिया करारा जवाब

सीजफायर से पहले दोनों देशों के बीच भारी तनाव देखने को मिला। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पीओके स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत पर 400 से अधिक ड्रोन हमले किए। भारतीय सेना ने भी इन हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया। चार दिन तक चले इस संघर्ष के बाद अंततः दोनों देशों ने शांति बनाए रखने का निर्णय लिया।