रायबरेली की सदर विधायक अदिति सिंह के काफिले पर हुए हमले ने सनसनी मचा दी है. मामले की गंभीरता समझते हुए पूर्वी यूपी प्रमुख और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज अदिति सिंह से मिलने रायबरेली पहुंची, जहां उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान अदिति सिंह के पिता और पूर्व सदर विधायक अखिलेश सिंह भी मौजूद रहे.
रायबरेली सीट कांग्रेस का गढ़ होने के बावजूद वर्ष 2017 तक रायबरेली सदर सीट पर कांग्रेस का कब्ज़ा नहीं रहा. वजह थी ‘विधायक जी’ के नाम से मशहूर अखिलेश सिंह. बाहुबली अखिलेश सिंह क्रिमिनल बैकग्राउंड होने के बावजूद यहां की जमीन पर पकड़ रखते हैं, 2017 में इस सीट पर उनकी बेटी अदिति सिंह कांग्रेस के टिकट पर विधायक बनी. इस दमखम के बावजूद अदित पर हमला कई सवाल खड़े करता है.
रायबरेली में पिछले काफी समय से जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी का खेल चल रहा था. जिला पंचायत अध्यक्ष को हटाने के लिये इससे पहले भी कई बार कोशिश की गई, लेकिन जिला पंचायत सदस्य इसमें कामयाब नहीं हो सके. वहीं, पंचायत सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर आरोप लगाये कि वह जिले में विकास नहीं कराते और न किसी सदस्य की बात ही मानते है. इस मामले को लेकर पंचायत सदस्यों में काफी रोष था. बता दें कि जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाये थे.
जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद मंगलवार को वोटिंग होनी थी. इसके लिए जिला पंचायत सभागार को पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया थाष कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सुबह से ही जिला पंचायत सदस्यों को यहां पहुंचने से रोकने का प्रयास शुरू हो गया था.
मंगलवार को रायबरेली जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी थी. इसी सिलसिले में अदिति सिंह अपने समर्थकों के साथ जा रही थीं. लेकिन उससे पहले ही कांग्रेस विधायक पर हमला हो गया. इस हमले में अदिति सिंह की गाड़ी पलट गई और उन्हें चोट भी आई. हाईवे पर हुए इस तांडव में अदिति ही नहीं अविश्वास प्रस्ताव के लिए वोटिंग करने जा रहे अन्य जिला पंचायत सदस्यों पर भी दबंगों ने फायरिंग की.
घटना के बाद अदिति सिंह इसे लेकर शासन और प्रशासन पर जमकर हमला बोला. अपने ऊपर हुए इस हमले के लिए उन्होंने रायबरेली से बीजेपी उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह को जिम्मेदार ठहराया. अपने एक बयान में अदिति ने कहा “दिनेश सिंह ने अपने स्कूल के सामने मुझपर घेराबंदी करके हमला कराया. उनके पास हथियार थे, पत्थर थे, आयरन रॉड थे उससे मुझपर हमला हुआ. माता रानी की कृपा से मैं बच गयी”.
अदिति ने कहा “मेरी घेराबंदी कर मुझ पर हमला करवाया गया. शासन-प्रशासन अभी भी चुप है और कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. हमलावरों के पास हथियार थे. मेरी गाड़ी की घेराबंदी कर पत्थर फेंके गए और मुझे जान से मारने की कोशिश की गई.”
कौन हैं अदिति सिंह
रायबरेली में वर्चस्व की लड़ाई कोई नयी नहीं हैं. यहां की सदर सीट पर लम्बे समय तक अपना दबदबा कायम रखने वाले और बाहुबली नेता अखिलेश सिंह के गिरते स्वास्थ्य के कारण उनकी राजनीतिक विरासत अदिति सिंह संभाल रहीं हैं. अदिति ने अमेरिका के ड्यूक यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट की पढ़ाई की है. वो दिल्ली और मसूरी के प्राइवेट शिक्षण संस्थानों से भी पढ़ चुकी हैं. 2017 में रिकॉर्ड मतों से विधानसभा चुनाव जीतकर वह विधायक बनी हैं. इसके बाद नगर पालिका चुनाव में अदिति सिंह अपने चहेते को जिताने में कामयाब रही थीं. अदिति सिंह का राजनीतिक ग्राफ रायबरेली की सियासत में लगातार बढ़ता गया है. हाल ही में सोनिया गांधी के चुनाव में भी अदिति सिंह ने काफी मेहनत की है.
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