बाराबंकी: अपने बने जान के दुश्मन, 24 उंगलियों वाले लड़के की बलि चढ़ाकर होना है मालामाल

 

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में दिल दहला देने वाला मामा सामने आया है. यहां एक परिवार अपने बेटे को अपने ही रिश्तेदारों से बचाने के लिए चौबीसों घंटे चौकसी कर रहा है. स्थिति ये है कि इस चौकसी में परिवार का भुखमरी की कगार पर आ गया है. बच्चे की पढ़ाई भी छूट गई है. परिजनों का आरोप है कि थाने में शिकायत करा दी गई है लेकिन अभी तक कोई आरोपी पकड़ा नहीं गया है. आराेपी पकड़े जाएं तो वह घर से बाहर निकलें.

 

बाराबंकी जिले में शिवनंदन नाम का एक लड़का है, उसके दोनों हाथों और पैरों में छह-छह उंगलियों को देखकर हर कोई हैरत में पड़ जाता है. लेकिन इन्हीं चौबीस उंगलियों की वजह से आज उसकी जान खतरे में पड़ गई है. दरअसल लड़के के रिश्तेदार ही किसी तांत्रिक बाबा के अंधविश्वास और टोने-टोटके के जाल में फंसकर उसकी बलि देने की कोशिश में लगे हैं. जिसके चलते लड़के का पूरा परिवार डर-डर को जिंदगी गुजारने को मजबूर है.

 

बच्चे के परिवार की आर्थिक स्थिति भी काफी खराब है और उसके पिता खुन्नी लाल मिस्त्री का काम करके किसी तरह गुजारा चलाते हैं. लेकिन रिश्तेदारों के नापाक मंसूबों के चलते वह अब बच्चे की हिफाजत के लिए कहीं नहीं जाता. जिसके चलते उनके सामने रोजी-रोटी का संकट भी आन पड़ा है.

 

पीड़ित लड़के शिवनंदन ने बताया कि दो साल पहले उनके रिश्तेदार भागीरथ और हंसराज समेत कुछ लोग उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए और एक बाग में आठ लोगों के बीच बैठाकर पूजा कराई. उसकी उंगलियों में रंग से निशान लगवाए गए. लेकिन तभी उस बाबा ने कहा कि आज शुक्रवार है. अगर वह बलि गुरुवार को देंगे तो माया निकलेगी. शिवनंदन ने बताया कि मुहूर्त न निकलने के चलते वह लोग मुझे घर पर छोड़ गए और धमकी दी कि अगर किसी को कुछ बताया तो मुझे जान से मार देंगे. डरा-सहमा बच्चा जब घर पहुंचा तो उसने रोकर सारी बात मां-बाप को बता दी. बच्चे ने बताया कि अब वही लोग फिर से घर आकर मेरी बलि चढ़ाने की कोशिश में लगे हैं.

 

दो साल पहले तीन हुए थे गिरफ्तार

वहीं शिवनंदन के पिता खुन्नी लाल मजूदर हैं. कहते हैं कि उनके मेरे बड़े भाई के दामाद हैं भागीरथ. उनसे किसी तांत्रिक बाबा ने कहा था कि ऐसा बच्चा जो उल्टा पैदा हुआ हो या फिर उसकी चौबीस उंगुली हों, उसकी बलि चढ़ा दो. जिसके बाद वह हमारे घर आए और बच्चे को बहरा-फुसलाकर अपने साथ लेकर चले गए. जब मुझे पूरी बात पता चली तो मैंने उन लोगों के खिलाफ एफआईआर करवाई. उनमें से तीन लोग जेल चले गए जबकि कुछ अज्ञात अभी तक नहीं पकड़े गए.

 

जेल से छूटे तो फिर बिल चढ़ाने की दे रहे धमकी

डरे-सहमे पिता ने बताया कि अब करीब दो साल बाद वही लोग फिर जेल से छूटकर वापस आ गए और फिर से हमारे बेटे की बलि चढ़ाने के लिए हम लोगों को धमका रहे हैं. जिसकी शिकायत हम लोगों ने दोबारा पुलिस के पास की है. पिता ने बताया कि अब वह 24 घंटे घर पर ही अपने बच्चे की रखवाली कर रहा है और कहीं भी आने जाने से डरता है. यहां तक कि अपने बच्चे को पढ़ाई के लिए स्कूल भी नहीं भेजता.

 

सीओ ने कहा मैं उठाउंगा बच्चे की पढ़ाई का पूरा खर्च

वहीं इस मामले में रामनगर सीओ उमाशंकर सिंह का कहना है कि गुर्गी गांव से एक बच्चा मेरे कार्यालय में आया और उसने जानकारी दी कि मेरे चौबीस अंगुलियां हैं. जिसके चलते पहले भी लोगों ने मेरी बलि देने की कोशिश की थी. वही लोग दोबारा मेरी बलि देने की कोशिश कर रहे हैं. वह बहुत डरा सहमा है और स्कूल नहीं जा पा रहा है.

 

सीओ के मुताबिक पूरा मामला मेरे संज्ञान में आ गया है और इसमें कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि बच्चा शिक्षा से वंचित न रह सके और कोई उसे किसी तरह से नुकसान न पहुंचा सके. साथ ही सीओ ने कहा कि इस बच्चे की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है इसलिए मेरी यहां तैनाती तक इसकी शिक्षा का पूरा खर्च मेरी तरफ से उठाया जाएगा.

 

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