हाल ही में कोलकाता कॉन्सर्ट के बाद मशहुर सिंगर केके कुन्नथ का हार्ट अटैक से निधन हो गया. जिसके बाद अब मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है. दरअसल, कोलकाता हाईकोर्ट में सोमवार को एक जनहित याचिका दायर कर 31 मई को नज़रुल मंच पर गायक केके की प्रदर्शन के तुरंत बाद हुई मौत की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से करवाने की मांग की गई. याचिकाकर्ता ने दावा किया कि आयोजकों और पुलिस की लापरवाही ने कलाकार के लिए तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी. जिस वजह से केके की हालत खराब हुई.
याचिका में कहा गया ये
जानकारी के मुताबिक, याचिकाकर्ता का कहना है कि, गुरुदास कॉलेज में कार्यक्रम आयोजित करने वाले संघ का नियंत्रण सत्तारूढ़ दल की छात्र शाखा तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीपी) द्वारा किया जाता है इसलिए राज्य की एजेंसी द्वारा निष्पक्ष जांच संभव नहीं हो सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने कार्यक्रम स्थल पर भीड़भाड़ को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई नहीं की.
याचिकाकर्ता ने आग्रह किया कि कृष्णकुमार कुन्नथ (केके) की मौत की जांच सीबीआई को सौंप दी जाए. गायक के वकील रबी शंकर चटर्जी ने कहा कि यह मामला शुक्रवार को मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के समक्ष सुनवाई के लिए आ सकता है.
31 मई को हुआ था निधन
गौरतलब है कि, 31 मई को संगीत कार्यक्रम के कुछ घंटों बाद केके का निधन हो गया था. गायक कथित तौर पर संगीत कार्यक्रम के बाद असहज महसूस कर रहे थे. जिसकी वजह से उन्हें कार्यक्रम के बाद होटल के कमरे में ले जाया गया, जहां वह गिर गए. इसके तुरंत बाद गायक को अस्पताल ले जाया गया. केके की अंतिम पोस्टमार्टम और रासायनिक विश्लेषण रिपोर्ट सामने आई थी. दोनों रिपोर्टों में मौत का कारण “मायोकार्डियल इंफार्क्शन” बताया गया है.