गाजियाबाद गोतस्कर मुठभेड़: ट्रांसफर से खफा इंस्पेक्टर पर कार्रवाई के मूड में SSP, अनुशासनशीनता पर बैठाई जांच

हाल ही में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में सात गोतस्करों को एक मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया था. इस मुठभेड़ में सातों बदमाशों को एक ही जगह गोली लगी थी. जिसके बाद उठे सवालों के बाद एसएसपी ने मुठभेड़ का नेतृत्व करने वाले इंस्पेक्टर का ट्रांसफर कर दिया था. तबादले के आदेश के बाद अब मामले ने तूल पकड़ लिया है, क्योंकि SHO ने थाने की जीडी में तस्करा डाल दिया है. अब जब तस्करा की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो एसएसपी ने इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच बैठाई है. एसएसपी पवन कुमार ने सीओ को थाने जाकर विस्तार से जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं. सीओ की रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी.

इन मामलों की जांच करेंगे सीओ

जानकारी के मुताबिक, मुठभेड़ में सात तस्करों के पैर में एक ही जगह गोली मारने पर चर्चा में आए इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी द्वारा डाला गया तस्करा अब उन्हीं की मुश्किलें बढ़ा सकता है. दरअसल, शनिवार रात जीडी में डाला गया तस्करा सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. गोपनीय दस्तावेज लीक होने को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने सीओ लोनी को जांच सौंपी है.

एसएसपी ने साफ़ तौर कहा है कि जीडी का तस्करा थाने का गोपनीय दस्तावेज है. इसका लीक होना गंभीर मामला है. इस संबंध में सीओ लोनी को जांच सौंपते हुए रिपोर्ट तलब की गई है. जो भी पुलिसकर्मी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. इसके साथ ही इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी के इस तरह बिना स्वीकृति छुट्टी पर चले जाने और नई तैनाती पर जॉइन नहीं करने के मामले की जांच लोनी के क्षेत्राधिकारी (सीओ) ही करेंगे. एसएसपी का कहना है कि अगर उन्होंने ड्यूटी ज्वाइन नहीं की तो इसे अनुशासनहीनता मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

तस्करा की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल

बता दें सोशल मीडिया पर तस्करा की एक कॉपी वायरल हो रही है. जोकि पूर्व लोनी SHO राजेंद्र त्यागी की तरफ से लिखी गयी है. कॉपी में लिखा है कि ‘एसएसपी के आदेश के अनुपालन में चार्ज भार वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रदीप शर्मा के सुपुर्द किया जाता है. अपनी रवानगी के अनुपालन में चार्ज भार छोड़ते हुए अपने मूल पते पर रवाना होता है. महोदय अवगत कराना है कि मेरे द्वारा दिनांक 11 नवंबर को गोकशों से मुठभेड़ मेरे व टीम के द्वारा की गई थी. जिसमें 7 गोकशों के पैर में गोली लगी थी. गाय कटी व उपकरण बरामद हुए थे. इसमें मेरे द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की गई थी. मुझे लगता है कि मेरा ट्रांसफर इसी कारण से किया गया है जिससे मेरा मनोबल काफी टूट चुका है. इस समय नौकरी करने की स्थिति में नहीं हूं. मुझ पर आज तक कोई भी आरोप नहीं लगा है और न ही मेरी जांच किसी भी जनपद में लंबित है. मेरा चरित्र रोल पर वार्षिक मंतव्य उत्कृष्ट श्रेणी का रहा है। इस घटना में उच्चाधिकारी द्वारा पहले जांच कराई जानी चाहिए थी. किंतु मेरा अल्पसमय में स्थानांतरण होने के कारण मेरा मनोबल काफी टूट चुका है. प्रार्थी नौकरी करने की स्थिति में नहीं है. अत: महोदय से निवेदन है कि प्रार्थी को कुछ समय के लिए नौकरी से कार्यमुक्त करने की कृपा करें. प्रार्थी पर कोई पेंडेंसी शेष नहीं है. प्रार्थी को कुछ समय के लिए मानसिक परिस्थति से रिकवर के लिए कार्यमुक्त करने की कृपा करें.’

इस एनकाउंटर पर उठे थे सवाल

गौरतलब है कि गजियाबाद जिले में गुरुवार को लोनी इंस्पेक्टर के नेतृत्व में बेहटा हाजीपुर के एक गोदाम में पशु कटान कर रहे सात तस्करों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया. इसमें पुलिस ने 13 गोलियां चलाईं. इनमें से सात गोली सात बदमाशों को एक जगह पर पैर में घुटने के नीचे लगी. जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. लोग इस फोटो पर सवाल उठाने से पीछे नहीं हट रहे हैं.

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