अवैध मस्जिद ढहाने वाले युवा IAS दिव्यांशु पटेल लगातार निशाने पर, अब फर्जी Twitter अकाउंट बनाकर किया जा रहा बदनाम

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में अवैध मस्जिद गिराए जाने के बाद से ही एक आईएएस दिव्यांशु पटेल (IAS Divyanshu Patel एक खास वर्ग के लगातार निशाने पर हैं। मस्जिद को लेकर लोग को लेकर लोग सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ धमकाऊ और अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं, तमाम फर्जी तस्वीरें और वीडियो वायरल कर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। इस बीच ट्विटर पर दिव्यांशु पटेल का फर्जी अकाउंट (Fake Twitter Account) बनाने का मामला सामने आया है। किसी युवक ने उनके नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर अनावश्यक पोस्ट वायरल की। यही नहीं, युवक लगातार इस फेक अकाउंट को एक्टिव रखकर जातिगत टिप्पणियों को रिट्वीट भी करता रहा। वहीं, इसकी सूचना मिलने पर दिव्यांशु पटेल ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।


कोतवाली उन्नाव में दी गई लिखित तहरीर में उन्होंने कहा कि मैं दिव्यांशु पटेल, आईएएस जो कि वर्तमान में सीडीओ, उन्नाव के पद पर तैनात हूं। मुझे अभी मीडिया कर्मियों द्वारा यह संज्ञानित किया गया है कि @idivyanshupatel नाम से एक फर्जी ट्विटर एककाउंट एक जाति विशेष के प्रति घृणास्पद शब्दों का प्रयोग करते हुए लगातार ट्वीट कर रहा है।


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सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने कहा कि इस फर्जी एकाउंट के प्रयोगकर्ता के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तत्काल एकाउंट को फ्रीज कराया जाए और दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए। बता दें कि इस ट्विटर हैंडल को लोग लगातार फॉलो भी कर रहे थे क्योंकि इसमें आईएएस दिव्यांशु पटेली की फोटो का इस्तेमाल किया जा रहा था और एकाउंट को लगातार एक्टिव रखा जा रहा था। मीडिया से बातचीत के दौरान दिव्यांशु पटेल ने बताया कि वे किसी भी प्रकार का कोई ट्विटर एकाउंट इस्तेमाल नहीं करते हैं और न ही ट्विटर पर एक्टिव हैं।


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बता दें कि हाल ही में पुलिस ने एक शख्स अशरफ अली खान को गिरफ्तार किया है अशरफ पर आईएएस दिव्यांशु पटले को धमकाने का आरोप है। आरोपी की फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई। यही नहीं, अवैध मस्जिद पर की गई कार्रवाई के बाद कुछ सिलेक्टिव मीडिया संस्थानों ने भी इस मामले को खूब तूल दिया, वामपंथी मीडिया पोर्टल ‘The Wire‘ ने दावा किया कि ध्वस्त संरचना वास्तव में मस्जिद थी।


इसके बाद यूपी पुलिस ने बाराबंकी अवैध मस्जिद विध्वंस मामले के संबंध में एक वीडियो के माध्यम से गलत सूचना का प्रचार करके समाज में वैमनस्य फैलाने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में द वायर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।


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