‘यूपी में का बा’ गाने के लिए सिंगर नेहा सिंह राठौर को पुलिस का नोटिस, समाज में नफरत फैलाने का आरोप

अपने ‘यूपी में का बा’ गाने के लिए मशहूर लोक गायिका नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathore) को कानपुर देहात की अकबरपुर कोतवाली पुलिस ने 160 सीआरपीसी का नोटिस दिया है। अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान कानपुर देहात के मडौली गांव में एक मां-बेटी को जिंदा जलाए जाने के बाद नेहा ने अपने ट्विटर हैंडल, फेसबुक और यूट्यूब चैनल से ‘यूपी में का बा’ सहित कई गाने पोस्ट कर राज्य सरकार पर कटाक्ष किया था।

सीओ अकबरपुर प्रभात कुमार ने बताया कि तरह-तरह के ट्वीट और मौखिक शिकायतें मिलीं कि नेहा के गाने समाज में भेदभाव और वैमनस्य फैला रहे हैं। इस पर संज्ञान लेते हुए उनसे तीन दिन के भीतर नोटिस के जरिए स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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नोटिस में पूछा गया है कि जिन इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ये गाने पोस्ट किए गए हैं, क्या वो खुद चलाती हैं या कोई और चलाता है। पुलिस ने उससे पूछा है कि जो गाने उन्होंने गाए हैं वह उन्होंने लिखे हैं या किसी ने दिए हैं और गाने लिखने और गाने का आधार क्या है।

सीओ ने कहा कि स्पष्टीकरण नहीं देने पर पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी। नेहा ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले ही ‘यूपी में का बा’ गाना गाया था और यह स्पष्ट रूप से भाजपा सांसद और भोजपुरी स्टार रवि कृष्णन के ‘यूपी में सब बा’ के प्रत्युत्तर के रूप में था।

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यूपी पुलिस के नोटिस में कहा गया है कि इस गाने ने समाज में दुश्मनी और तनाव पैदा किया है और आप इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने के लिए कानूनी रूप से बाध्य हैं। इसलिए आपको नोटिस मिलने के तीन दिनों के भीतर अपना जवाब दाखिल करना होगा।

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