प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के हीरक जयंती (Diamond Jubilee) समारोह का उद्घाटन किया. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि न्याय के ब्रान्ड रूप में सीबीआई लोगों की जुबान पर है. पीएम मोदी ने कहा कि ‘सीबीआई के हीरक जयंती दिवस पर आप सबको बधाई… 60 साल का सफर सीबीआई ने पूरा किया है, 6 दशक का सफर सीबीआई का बहुत ही उपलब्धि से भरा है. सीबीआई ने अपने काम और कौशल से सामान्य जन को विश्वास दिया है. कुछ भी होता है तो केस सीबीआई को दिया जाए, ये मांग होती है और आंदोलन तक होते हैं.’ पीएम मोदी ने कहा कि सीबीआई का काम भ्रष्टाचार को खत्म करना है. भ्रष्टाचार से प्रतिभा खत्म होती है और गरीबो का हक छीना जाता है. भ्रष्टाचार से भाई- भतीजावाद और परिवारवाद पनपता है.
केंद्रीय एजेंसी के डायमंड जुबली समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “सीबीआई ने आम नागरिक को आशा और शक्ति दी है. लोग सीबीआई जांच की मांग के लिए विरोध प्रदर्शन करते हैं क्योंकि सीबीआई सच्चाई और न्याय के लिए एक ब्रांड के रूप में उभरी है.” CBI की स्थापना 1 अप्रैल 1963 को गृह मंत्रालय, भारत सरकार के एक संकल्प द्वारा की गई थी.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी का दायरा कई गुना बढ़ गया है लेकिन सीबीआई की मुख्य जिम्मेदारी देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है. उन्होंने कहा, “सीबीआई जैसे पेशेवर और कुशल संस्थानों के बिना भारत आगे नहीं बढ़ सकता है. बैंक धोखाधड़ी से लेकर वन्यजीव संबंधी धोखाधड़ी तक, सीबीआई के काम का दायरा कई गुना बढ़ गया है, लेकिन सीबीआई की मुख्य जिम्मेदारी देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है.”
#WATCH | I know that the people against whom you are taking action are very powerful, they have been part of the govt & system for years. Even today they are in power in some states, but you (CBI) have to focus on your work, no corrupt person should be spared: PM Modi pic.twitter.com/EEW3tLYIUg
— ANI (@ANI) April 3, 2023
केंद्र की पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार ने 2014 से पहले की अवधि में हमारी अर्थव्यवस्था और बैंकिंग प्रणाली के आधार को बर्बाद कर दिया था. उन्होंने कहा, “दस पहले भ्रष्टाचार करने की होड़ लगी थी. उस दौरान बड़े-बड़े घोटाले हुए, लेकिन आरोपी डरे नहीं क्योंकि सिस्टम उनके साथ खड़ा था… 2014 के बाद हमने भ्रष्टाचार के मूल कारणों भ्रष्टाचार और काले धन की जमाखोरी के खिलाफ मिशन मोड में काम किया.”
उन्होंने कहा, “जहां भ्रष्टाचार होता है, वहां युवाओं को उचित अवसर नहीं मिलते. वहां एक विशेष पारिस्थितिकी तंत्र ही फलता-फूलता है. भ्रष्टाचार प्रतिभा का सबसे बड़ा दुश्मन है और यहीं से भाई-भतीजावाद और परिवारवाद मजबूत होता है.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने व्यवस्थाओं में अत्यधिक पारदर्शिता सुनिश्चित की है और 2जी और 5जी स्पेक्ट्रम के आवंटन की प्रक्रिया इसके प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. पीएम मोदी ने कहा कि देश में अविश्वास और नीतिगत पक्षाघात का समय था, लेकिन 2014 के बाद से सरकार का प्राथमिक लक्ष्य व्यवस्था में लोगों के विश्वास को बहाल करना, पोषण करना और मजबूत करना रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले छह दशकों में सीबीआई ने ‘बहुआयामी’ जांच एजेंसी के रूप में पहचान बनाई है. उन्होंने कहा, “सीबीआई का कार्यक्षेत्र आज बड़े पैमाने पर विस्तृत हो गया है; महानगरों से लेकर जंगलों तक, बैंकों से लेकर वन्यजीव संरक्षण तक, सीबीआई लगभग हर पहलू की जांच कर रही है. साथ ही, इस एजेंसी द्वारा साइबर अपराधों से भी निपटा जा रहा है.”
उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि जिन लोगों के खिलाफ आप कार्रवाई कर रहे हैं वे बहुत शक्तिशाली हैं, वे वर्षों से सरकार और व्यवस्था का हिस्सा रहे हैं. आज भी वे कुछ राज्यों में सत्ता में हैं, लेकिन आपको (सीबीआई) अपने काम पर ध्यान देना होगा.” किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को बख्शा नहीं जाना चाहिए.”
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सीबीआई के 18 अधिकारियों को उनकी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया. उन्होंने सर्वश्रेष्ठ जांच अधिकारियों के लिए तीन अधिकारियों को स्वर्ण पदक भी प्रदान किया. प्रधानमंत्री ने शिलांग, पुणे और नागपुर में सीबीआई के नवनिर्मित कार्यालय परिसरों का भी उद्घाटन किया. साथ ही एक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया. पीएम मोदी ने सीबीआई का ट्विटर हैंडल भी लॉन्च किया.
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