भ्रष्टाचार पर योगी का ज़ीरो टॉलरेंस, इन 2 IPS अफसरों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच शुरू

उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ शुरू से ही ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हैं। जिसके अन्तर्गत उन्होंने दो आईपीएस की विजिलेंस जांच कराने के आदेश दिए थे। यह जांच अब शुरू हो गई है। दरअसल, महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार और प्रयागराज के पूर्व एसएसपी अभिषेक दीक्षित के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही दोनों पर लगे भ्रष्टाचार कर आरोपों की भी जांच की जा रही है।


प्रॉपर्टी की हो रही जांच

जानकारी के मुताबिक, ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के अंतर्गत ही बीते सितंबर माह में सीएम योगी के आदेशों पर विजिलेंस ने महोबा व प्रयागराज पुलिस पर लगे भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों की खुली जांच शुरू की थी। विजिलेंस ने दोनों ही जिलों में एक-एक एसपी के नेतृत्व में टीमें भेजकर गहनता से छानबीन शुरू की थी। भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों से घिरे महोबा के निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार व प्रयागराज के निलंबित एसएसपी अभिषेक दीक्षित के अलावा तत्कालीन कई पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की भूमिका भी विजिलेंस जांच के दायरे में है।


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बता दें कि महोबा में भ्रष्टाचार से जुड़ी दो-तीन शिकायतें शासन को पूर्व में भी मिली थीं, जिनकी पड़ताल भी विजिलेंस कर रही है। इसके साथ ही प्रयागराज में भ्रष्टाचार के अलावा विभागीय अनियमितता की जांच भी चल रही है। इसी क्रम में शासन के निर्देश पर अब विजिलेंस ने दोनों आइपीएस अधिकारियों के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति की जांच भी शुरू कर दी है।


एक आईपीएस है फरार

गौरतलब है कि महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में फरार आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार पर 50 हजार रुपये का ईनाम घोषित है। आईपीएस को पकड़ने के लिए कई टीमें लगी हुईं है, लेकिन सफलता हाथ नहीं आ रही। कई बार आईपीएस की अग्रिम जमानत की अर्जी भी खारिज की जा चुकी है।


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