मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने लिया फैसला, राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में अध्यादेश लाने पर सुप्रीम कोर्ट में देगा चुनौती

राजधानी लखनऊ में रविवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की मीटिंग हुई। इस मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बोर्ड की कार्यकारिणी के सदस्य और प्रवक्ता जफरयाब जीलानी एडवोकेट ने कहा कि अयोध्या मामले में अगर राम मंदिर निर्माण के लिये संसद में आध्यादेश लाया गया तो मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड सुप्रीम कोर्ट में उसे चुनौती देगा।

 

लखनऊ के नदवा कॉलेज में आयोजित की गई बैठक

इस दौरान जफरयाब जीलानी एडवोकेट ने कहा कि अयोध्या में कानून बनाकर राम मंदिर निर्माण के लिए हो रहे आयोजनों और बयानों को लेकर रविवार को लखनऊ के नदवा कॉलेज में बोर्ड की कार्यकारिणी बैठक आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि इस बैठक में कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई है।

 

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जानकारी के मुताबिक, ‘तहफ्फुज-ए-शरीअत व इस्लाह-ए-माअशरा’ शीर्षक से आयोजित इस कार्यशाला में बोर्ड की कार्यकारिणी के सदस्य और प्रवक्ता जफरयाब जीलानी एडवोकेट ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के पैगाम, मकसद और इसके फैसलों को मुसलमानों के घर-घर तक पहुंचाने के लिए बोर्ड की महिला विंग की स्थापना की गयी है।

 

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इमाम ने बैठक में की महिलाओं से अपील

इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि वह एक अच्छे समाज की स्थापना में भरपूर हिस्सा लें और इस्लामी शरीअत में महिलाओं को दिये गए अधिकारों से लोगों को अवगत करवाएं।

 

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बता दें कि  इससे पहले शनिवार को लखनऊ में ही बोर्ड की महिला विंग की कार्यशाला में बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी ने कहा था कि इस्लामी शरीअत औरतों की सुरक्षा करने वाली है, यह शरीअत कयामत तक कायम रहेगी।

 

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