अगले महीने की शुरुआत देश के बैंकिंग इतिहास में काफी खराब रहने वाली है। सितंबर की शुरुआत में बैंक व एटीएम में करेंसी की किल्लत रहेगी, वहीं किसी भी तरह का फंड ट्रांसफर भी नहीं हो पाएगा। इसलिए हमारी सलाह है कि आप अभी से पर्याप्त मात्रा में अपने पास कैश रखें, ताकि महीने के पहले हफ्ते किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी।
बैंक सितंबर के महीने में लगातार पांच दिन बंद रहेंगे। एक सितंबर को शनिवार व दो को रविवार की वजह से बैंक बंद रहेगा। वहीं तीन सितंबर को जन्माष्टमी के चलते देश भर के कई राज्यों में अवकाश रहेगा। चार व पांच सितंबर को भारतीय रिजर्व बैंक के कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल की वजह से आरबीआई से बैंकों को होने वाली करेंसी की आपूर्ति व किसी भी तरह का भुगतान नहीं होगा।
पांच दिन बैंकों में कार्य नहीं होने से अरबों रुपये की क्लियरिंग प्रभावित होने की आशंका है। इससे व्यापारियों के काम तो अटकेंगे, साथ ही सरकारी कोषागारों में भी कार्य प्रभावित होगा। इसके चलते कई सरकारी कार्य भी प्रभावित हो सकते हैं।
Also Read: क्रेडिट कार्ड पर लोन लेना है तो आपको मालूम होनी चाहिए ये 5 बातें
यूनाइटेड फोरम आफ रिजर्व बैंक आफिसर्स एंड इंप्लाइज के बैनर तले अधिकारी और कर्मचारी पेंशन अपडेटेशन, पेंशन ओपनिंग आदि मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। रिजर्व बैंक आफ इंडिया कर्मचारी एसोसिएशन के सचिव अनूप कुमार मिश्रा ने बताया कि चार व पांच सितंबर को अधिकारी व कर्मचारी सामूहिक रूप से आकस्मिक अवकाश लेंगे।
अब रीयल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) और नेशनल इलेक्ट्रानिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) नेशनल पेमेंट कारपोरेशन आफ इंडिया (एनपीसीआई) के गेटवे से होते हैं। देश भर में हर महीने औसतन एक लाख अरब रुपये आरटीजीएस और करीब 15350 अरब रुपये एनईएफटी के जरिये ट्रांसफर होते हैं। पांच दिनों तक इलेक्ट्रानिक पेमेंट सिस्टम के ये दोनों बड़े गेटवे बंद होने का असर बैंकिंग लेनदेन पर पड़ेगा।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )