UP: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के परस्पर तबादले की प्रक्रिया में कई जिलों द्वारा समय पर कार्रवाई न किए जाने पर शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखाते हुए 26 जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (BSA) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। ये अधिकारी तबादले के लिए आए आवेदनों का सत्यापन निर्धारित समय सीमा में नहीं करा सके।
अंतिम तिथि अब बढ़ाकर 16 मई
शिक्षकों के तबादले के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जिसके बाद BSA को सत्यापन कर जिला कमेटी से संस्तुति लेनी थी। लेकिन कई जिलों में यह प्रक्रिया अधूरी रह गई। इसे देखते हुए सत्यापन की अंतिम तिथि 13 मई से बढ़ाकर 16 मई कर दी गई है।
इन जिलों में जारी किया गया नोटिस
बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने गोंडा, रायबरेली, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, बहराइच, वाराणसी, मिर्जापुर, महोबा, मैनपुरी, मथुरा, मुरादाबाद, औरैया, बस्ती, चंदौली, इटावा, संतकबीरनगर, शामली, उन्नाव, आगरा, बलरामपुर, फतेहपुर, हाथरस, जौनपुर, कानपुर नगर, महराजगंज और संभल के बीएसए को नोटिस जारी किया है।
कार्रवाई की चेतावनी
निदेशक ने बताया कि निर्धारित तिथि तक कार्यवाही न करना विभागीय शिथिलता का परिचायक है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी बीएसए से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि सत्यापन में देरी की वजह क्या रही। साथ ही निर्देश दिया गया है कि अब जो समय सीमा बढ़ाई गई है, उसमें हर हाल में सत्यापन की प्रक्रिया पूरी की जाए।
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कुछ जिलों में अब भी जारी है लापरवाही
हालांकि निर्देशों के बावजूद कुछ जिलों, जैसे उन्नाव में देर शाम तक सत्यापन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। यदि ऐसी स्थिति बनी रही, तो विभाग को एक बार फिर से तिथि बढ़ानी पड़ सकती है, जिससे पूरी तबादला प्रक्रिया और अधिक प्रभावित हो सकती है।