अलीगढ़: महिला सिपाही को SSP ने किया बर्खास्त, जानिए वजह

ड्यूटी के प्रति लापरवाही दिखाने वाले पुलिसकर्मियों पर एसएसपी कलानिधि नैथानी हमेशा से ही कार्रवाई करते आ रहे हैं। नया मामला अलीगढ़ जिले में सामने आया है, जहां एसएसपी ने नियमों के विरुद्ध जाकर गैरहाजिर चल रही महिला सिपाही को बर्खास्त कर दिया है। कारण पता करने के लिए एसएसपी ने उसे कई बार नोटिस भेजा था, लेकिन संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने की वजह से अब महिला सिपाही की सारी सेवा समाप्त कर दी गई। इससे पहले भी एसएसपी ने दो पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया है।

कई बार भेजे गए थे नोटिस

जानकारी के मुताबिक, अलीगढ़ जिले के विजयगढ़ थाने में तैनात रहीं महिला सिपाही नीलम 26 फरवरी 2019 से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित चल रही थीं। परिवीक्षाधीन निलंबित महिला सिपाही को कई बार नोटिस भेजकर उपस्थित होने के लिए निर्देशित किया गया। तमाम प्रयासों के बाद भी सिपाही जानबूझकर उपस्थित नहीं हुई। ऐसे में एसएसपी ने लगातार बिना अनुमति अवकाश के गैरहाजिर होने व परिवीक्षा अवधि के दौरान कार्य और आचरण संतोषजनक न होने पर नीलम की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं। इसके साथ ही उन्होंने ये निर्देश भी दिए कि ड्यूटी के प्रति लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इस मामले में बर्खास्त हुए थे दो पुलिसकर्मी

गौरतलब है कि इससे पहले भी दो पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया गया है। बीते 15 नवंबर 2017 को सासनीगेट क्षेत्र में हार्डवेयर कारोबारी के बेटे नितिन माहौर की गोली मारकर हत्या की गई थी। उस वक्त मेयर प्रत्याशी की सुरक्षा ड्यूटी में लगे सिपाही मनीष कुमार की रात आठ बजे किसी बात को लेकर नितिन माहौर से कहासुनी हुई थी। इसमें सिपाही ने अपनी सरकारी कार्बाइन से फायर कर दिया। गोली नितिन माहौर को लगी। इलाज के दौरान दिनांक 18 नवंबर को नितिन की मौत हो गई थी। इस मामले में कलेक्ट्रेट पर लोगों ने धरना प्रदर्शन किया था। वहीं पुलिस ने थाना सासनीगेट में मुकदमा दर्ज करके आरोपित सिपाही मनीष को जेल भेज दिया था।

इसी प्रकरण की विभागीय जांच में सिपाही को सरकारी कार्बाइन का दुरुपयोग करने व पुलिस विभाग की छवि धूमिल करने का दोषी पाया गया। इधर, महिला सिपाही कुमारी कांती का 16 दिसंबर 2011 को एटा से अलीगढ़ के लिए स्थानांतरण किया गया था। लेकिन, 24 दिसंबर को कांती अलीगढ़ में नहीं आईं। बिना किसी अनुमति व अवकाश के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहीं। नौ साल बाद 24 अक्टूबर 2020 को अलीगढ़ आगमन कराया। महिला सिपाही को कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता व अनुशासनहीनता बरतने के लिए दोषी पाया गया। एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया था।

Also Read: फतेहपुर में लव जिहाद: नाम बदलकर शरीकुर्रहमान हिंदू लड़की को भगा लाया, फिर धर्मांतरण कर निकाह करने की कोशिश

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )