भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी (Bhupendra Singh Chaudhary) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के तीसरी बार समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जनता की ओर से चार बार नकारे जाने के बाद भी एक ही व्यक्ति को बार-बार राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर चुना जाना साबित करता है कि पार्टी में दूसरा कोई योग्य व्यक्ति नहीं है। यही नहीं, उन्होंने सपा अध्यक्ष को प्रोपेगेंडा फैलाने का ब्रांड एंबेसडर बताया है।
भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि सपा के प्रोपेगेंडा को फिर 2024 में जनता बेनकाब करेगी और जीरो पर पूरी सपा आउट होगी। 2024 में फिर दूध का दूध और पानी का पानी होगा। भ्रष्टाचार, जंगलराज, परिवारवाद, तुष्टीकरण ही सपा का डीएनए है और प्रदेश को गर्त में ढकेलने की सजा जनता सपा को दे रही है।
उन्होंने कहा कि सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन परिवारवाद की पराकाष्ठा का सबसे बड़ा नमूना है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर लगातार चार बार से जनता की ओर से नकारे जाने के बाद भी एक ही व्यक्ति को बार-बार चुनना, यह साबित करता है कि पार्टी में दूसरा कोई योग्य व्यक्ति नहीं है और पूरी पार्टी धरातल की सच्चाई से कोसों दूर है।
कहा कि सपा सरकार में सबसे अधिक उत्पीड़न दलितों का हुआ, यह बात आज भी दलित समाज भूला नहीं है। बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर और डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों से सपा भटक चुकी है। सपा सरकार में पिछड़ों का मतलब सिर्फ एक जाति रही है और एक ही जाति के लोगों को नौकरियां मिलती थीं। जबकि योगी सरकार में कानून व्यवस्था की प्रशंसा पूरे देश में की जा रही है। पूरी पारदर्शिता के साथ नौकरियों में युवाओं की भर्ती हो रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूल मंत्र पर कार्य कर रही है। जबकि सपा सरकार में तुष्टीकरण चरम पर था। आम आदमी को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता था। आज समाज के हर तबके को बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
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