UP Election 2022: सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर हमला, बेटी संघमित्रा और बेटे अशोक मौर्य के खिलाफ FIR दर्ज

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के छठे चरण के प्रचार के दौरान कुशीनगर जिले के फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र (Fazilnagar Assembly Seat) में समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट के मामले में नया मोड़ आ गया है। दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) की सांसद बेटी संघमित्रा (Sanghmitra) और बेटे अशोक मौर्य को भी नामजद किया गया है।

भाजपा दुदली मंडल अध्यक्ष दीपराज खरवार की ओर से दी गई तहरीर में बीजेपी सांसद संघमित्रा और अशोक मौर्य समेत 30 नामजद व सैकड़ों अज्ञात सपा कार्यकर्ताओं के नाम शामिल हैं। इन सभी पर मारपीट, नगदी व चेन छीनने के साथ ही एसएसी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सपा के फाजिलनगर विधानसभा अध्यक्ष हीरालाल यादव की ओर से भी तहरीर दी गई है। इसमें भाजपा मंडल अध्यक्ष दीपराज खरवार समेत 15 नामजद तथा सैकड़ों अज्ञात कार्यकर्ताओं के नाम हैं।

एसपी सचिन्द्र पटेल ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जांच में जो भी बातें सामने आएंगी उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। वहीं, जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम एस राजलिंगम ने देर शाम बताया कि सपा प्रत्याशी ने रोड शो के लिए कोई अनुमति नहीं ली थी, उन्हें केवल प्रत्याशी समेत दो वाहनों पर भ्रमण करना था। घटना के बाद मौके पर हुई वीडियोग्राफी में 25 वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की बात सामने आई है।

उधर, सूत्रों का कहना है कि भाजपा सांसद संघमित्रा पर बीजेपी कार्रवाई कर सकती है। कुशीनगर के भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेमचंद मिश्र का कहना है कि पार्टी को पहले से ही इसकी सूचना थी कि संघमित्रा अपने पिता समर्थन में प्रचार कर रही हैं। इसकी सूचना भी शीर्ष नेतृत्व को दे दी गई है। बता दें कि चुनाव प्रचार के अंतिम दिन यानी मंगलवार को जब खलवा पट्टी गांव में स्वामी प्रसाद मौर्य और भाजपा कैंडिडेट सुरेंद्र कुशवाहा अपने-अपने काफिले के साथ चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी एक जगह दोनों काफिलों का आमना-सामना हुआ।

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इसके बाद दोनों के समर्थकों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया और वे आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया और कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। हालांकि, घटना के वक्त स्वामी प्रसाद मौर्य मौजूद नहीं थे क्योंकि उनकी गाड़ी काफी आगे निकल चुकी थी। इस हमले को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा पर सुनियोजित तरीके से हमले का आरोप लगाया है। वहीं, भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने भाजपा कार्यकर्ताओं को इस हमले का जिम्मेदार ठहराया है।

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