कांग्रेस (Congress) सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को केंद्र की भाजपा (BJP) सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को महंगाई और अर्थव्यवस्था की गिरती हालत को लेकर कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि देश को अब ऐसी राजनीति की जरूरत है जो आम लोगों की जिंदगी की सच्चाई से जुड़ी हो, न कि इवेंट और प्रचार की चमक से।
‘घटती मांग, बढ़ती महंगाई’ – राहुल गांधी का आंकड़ों के जरिए हमला
आंकड़े सच बोलते हैं।
पिछले एक साल में टू-व्हीलर की बिक्री 17% और कार की बिक्री 8.6% घट गई है। वहीं मोबाइल मार्केट 7% गिर गया है।
दूसरी तरफ, ख़र्च और कर्ज़ – दोनों लगातार बढ़ रहे हैं: मकान का किराया, घरेलू महंगाई, शिक्षा का खर्च, लगभग हर चीज़ महंगी होती जा रही है।
ये सिर्फ़…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 5, 2025
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में देश की आर्थिक स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की। उन्होंने लिखा,’पिछले एक साल में दोपहिया वाहनों की बिक्री में 17 प्रतिशत और कारों की बिक्री में 8.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। मोबाइल मार्केट भी सात प्रतिशत सिकुड़ गया है।’ उन्होंने इस गिरावट को लोगों की घटती खरीदने की क्षमता और देश में बढ़ते आर्थिक संकट का संकेत बताया।
‘खर्च और कर्ज लगातार बढ़ रहे हैं’
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि आम लोगों पर महंगाई का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया, ‘घर का किराया, घरेलू खर्च, शिक्षा हर चीज दिन पर दिन महंगी होती जा रही है, और साथ ही लोगों पर कर्ज का दबाव भी बढ़ता जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि ये सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, बल्कि उस आर्थिक दबाव की सच्चाई है, जिसके नीचे हर आम भारतीय दब रहा है।
‘हर भारतीय के लिए काम करने वाली अर्थव्यवस्था चाहिए’
राहुल गांधी ने मौजूदा आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि मौजूदा व्यवस्था कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है, जबकि आम जनता हाशिए पर जा रही है।’हमें ऐसी अर्थव्यवस्था चाहिए जो हर भारतीय के लिए काम करे, न कि सिर्फ कुछ गिने-चुने पूंजीपतियों के लिए।’
‘राजनीति को जिम्मेदार बनाना होगा’
राहुल गांधी ने अपने बयान का अंत यह कहते हुए किया कि देश को एक ऐसी राजनीति की ज़रूरत है जो प्रचार की बजाय ज़मीन की हकीकत से जुड़ी हो, जो जनता के सवाल पूछे और जिम्मेदारी से जवाब दे।